शाजी थॉमस

कोरबा, 29 मार्च 2025: कोयला परिवहन के वर्चस्व को लेकर कोरबा जिले की सरायपाली खदान के पास शुक्रवार रात दो गुटों में खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता और कोल ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल की निर्मम हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और तनावपूर्ण माहौल बन गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोयला ट्रांसपोर्टिंग को लेकर बीजेपी पाली मंडल अध्यक्ष रोशन सिंह ठाकुर और मृतक रोहित जायसवाल के गुट के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। शुक्रवार रात दोनों गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान रोहित जायसवाल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने 16 आरोपियों पर दर्ज की FIR, थाना प्रभारी निलंबित।

इस घटना के बाद मृतक के भाई की शिकायत पर 16 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। मुख्य आरोपी रोशन सिंह ठाकुर और उनके दो रिश्तेदारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।घटना को लेकर पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाली थाना प्रभारी विनोद सिंह को निलंबित कर दिया है। कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने देर रात मौके पर पहुंचकर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और मामले में साइबर सेल की मदद से अन्य आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है।

पाली इलाके में तनाव, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी।

हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने पाली शहर और आसपास के क्षेत्रों में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।

बीजेपी के भीतर सत्ता संघर्ष भी जिम्मेदार।

घटना के बाद देर रात बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज शर्मा भी पाली पहुंचे। बताया जा रहा है कि इस गैंगवार की जड़ में बीजेपी नेताओं का आपसी वर्चस्व संघर्ष भी शामिल है। पाली में लंबे समय से पार्टी के दो गुटों के बीच राजनीतिक और कोयला कारोबार को लेकर टकराव चल रहा था।

एसईसीएल गेवरा खदानों में भी बढ़ रहा वर्चस्व संघर्ष।

साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) गेवरा, दीपका कुसमुंडा क्षेत्र में भी कोयला वर्चस्व को लेकर गुटीय संघर्ष बढ़ रहा है। आए दिन वहां मारपीट की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

गौरतलब है कि कोयला ट्रांसपोर्टिंग और कोयला अनलोडिंग को लेकर यह मामला विवादित रहता है जहां अच्छी गुणवत्ता की कोयला गिरने को लेकर गुटीय संघर्ष हो रही है वही अच्छी क्वालिटी की कोयला गिरने को लेकर विभागीय अधिकारी भी मोटी कमीशन की फेर में चुप्पी साध लिया करते हैं। सूत्रों की माने तो एसईसीएल के रोड सेल डिस्पैच विभाग के अधिकारी कर्मचारी मोटी कमीशन के फेर में लिफ्टरों को खुली छूट दे रखी है। लोडिंग प्वाइंट में अनधिकृत व्यक्तियों का आवागमन लगातार खदान क्षेत्र में पाए जाते हैं। डीजीएमएस की गाइड लाइन की माने तो लोडिंग प्वाइंट समेत अन्य स्थानों पर बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा सकता है।

पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम का गठन किया है। साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की मदद से फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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