कोरबा।हरदी बाजार के विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के लिए उतरदा में नई बसाहट विकसित की जाएगी। जिला कलेक्टर कोरबा के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पाली रोहित सिंह ने एसईसीएल दीपका क्षेत्र अंतर्गत उतरदा पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास (R&R) साइट का विस्तृत निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान एसईसीएल दीपका सिविल विभाग के अधिकारी डी.आर. जाटवर, राजस्व विभाग के नोडल अधिकारी रोशन मेश्राम एवं अनिल पाटले उपस्थित रहे।
अधिकारियों ने पुनर्वास स्थल के प्रत्येक घटक का बारीकी से अवलोकन करते हुए चल रहे कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन किया।जानकारी के अनुसार, एसईसीएल दीपका द्वारा लगभग 46 हेक्टेयर अर्जित भूमि पर ग्राम हरदी बाजार के विस्थापित परिवारों के लिए एक आधुनिक टाउनशिप विकसित की जा रही है। टाउनशिप को मुख्य सड़क नेटवर्क से जोड़ने के लिए एनटीपीसी रेलवे लाइन के समांतर करीब 6 किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड के निर्माण की भी योजना है, जिससे आवागमन सुरक्षित, सुगम और निर्बाध होगा तथा क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और अधिक मजबूत होगी।
मॉडल R&R साइट के तहत प्रत्येक पात्र प्रभावित परिवार को 6 डिसमिल का आवासीय प्लॉट प्रदान किए जाने का प्रावधान है। इसे हरदी बाजार के लिए एसईसीएल दीपका का अब तक का सर्वश्रेष्ठ पुनर्वास मॉडल माना जा रहा है।
प्रस्तावित टाउनशिप में सुव्यवस्थित आवासीय परिसर के साथ पार्क एवं हरित क्षेत्र, प्राथमिक एवं उच्चतर विद्यालय, अस्पताल, तहसील एवं पंचायत भवन, सामुदायिक एवं प्रशासनिक भवन, निरंतर विद्युत आपूर्ति हेतु सबस्टेशन, बाज़ार व व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स, खेल मैदान, तालाब व जल संरचनाएं, पुलिस थाना, तथा प्रमुख मार्ग व आंतरिक सड़कें विकसित की जाएंगी।
इन सभी सुविधाओं का उद्देश्य हरदी बाजार के विस्थापित परिवारों को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और गरिमापूर्ण जीवन उपलब्ध कराना है। प्रशासन का दावा है कि यह परियोजना क्षेत्र में पुनर्वास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।

