कोरबा :– एसईसीएल दीपका द्वारा ग्राम हरदी बाजार, रेकी, सराईसिंगार, कटकीडबरी और नवापारा में चल रहे भूमि अधिग्रहण कार्य पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। लगातार विरोध के कारण हरदी बाजार में अधिग्रहण प्रक्रिया रुकने की संभावना जताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार—हरदी बाजार में 2004–10 के प्रस्तावित 133 हेक्टेयर भूमि की जगह अब वर्तमान में 190 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। रेकी की 191.67 हे.,सराईसिंगार की 179.68 हे.,कटकी डबरी की 32.76 हे., नवापारा की 12.93 हेक्टेयर भूमि का धारा 9 का प्रकाशन किया जा चुका है।लेकिन हरदी बाजार के ग्रामीण पिछले कई दिनों से मकान, संपत्ति एवं परिसंपत्ति सर्वे के कार्य का लगातार विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का यह प्रदर्शन अधिग्रहण प्रक्रिया को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है।
विशेष सूत्रों के अनुसार, एसईसीएल दीपका हरदी बाजार में भूमि अधिग्रहण के कार्य पर रोक लगाने पर विचार कर सकता है।अगर ऐसा होता है, तो इसके कई बड़े प्रभाव सामने आ सकते हैं,हरदी बाजार के 150 से अधिक युवाओं को भूमि अधिग्रहण के बाद SECL में रोजगार मिलने की उम्मीद थी। अधिग्रहण रुकने पर इन युवाओं को और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।ग्रामीणों के अनुसार, अगर प्रक्रिया रुकती है तो आगामी गर्मी के मौसम में गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ेगा। वर्तमान में ब्लास्टिंग और धूल से लोग पहले ही परेशान हैं। अधिग्रहण रुकने की स्थिति में भविष्य में इन समस्याओं के और बढ़ने की आशंका है।ग्रामीणों के विरोध और कंपनी की अगली कार्रवाई पर अब सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। मामले में जल्द ही बड़ा निर्णय सामने आ सकता है।

