दीपका।श्रमिक संगठनों में एक बार फिर फेरबदल देखने को मिला है। दीपका परियोजना के वरिष्ठ श्रमिक नेता रामकुमार कौशिक, गुलशन जायसवाल और अजय राठौर सदस्य सहित कई साथियों ने इंटक और बीएमएस छोड़कर अपने सैकड़ों साथियों के साथ एटक (A.I.T.U.C.) की सदस्यता ग्रहण की है।
जानकारी के अनुसार, लंबे समय से श्रमिकों के हितों की अनदेखी और संगठनात्मक निष्क्रियता से असंतुष्ट इन नेताओं ने एटक के विचारधारा से प्रभावित होकर उच्च संगठन पदाधिकारी केंद्रीय अध्यक्ष कन्हैया सिंह, महामंत्री अजय विश्वकर्म, सेफ्टी बोर्ड धर्मा राव, की उपस्थिति में संगठन में शामिल होने का निर्णय लिया।गुलशन जायसवाल ने कहा कि एटक ही एक ऐसा मंच है जो वास्तव में मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई सड़क से लेकर नीति स्तर तक लड़ता है। हम अब अपने साथियों के साथ मजदूरों के हक के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।
इस मौके पर एटक के पदाधिकारियों ने सभी नए सदस्यों का स्वागत किया और कहा कि उनके जुड़ने से संगठन और अधिक मजबूत होगा।एटक में शामिल हुए नेताओं ने श्रमिक हितों, रोजगार सुरक्षा, ठेका मजदूरों के नियमितीकरण और बोनस भुगतान जैसे मुद्दों पर आंदोलन को तेज करने का भी ऐलान किया है।

