रायपुर/रायगढ़।छत्तीसगढ़ में महापुरुषों और संतों पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के चलते सामाजिक तनाव चरम पर पहुंच गया है। राजधानी रायपुर में ‘छत्तीसगढ़िया जोहार पार्टी’ के अध्यक्ष अमित बघेल को उनके कार्यकर्ताओं सहित पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, जोहार पार्टी ने ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ की मूर्ति तोड़े जाने की घटना के विरोध में रायपुर बंद का आह्वान किया था। वहीं, अमित बघेल पर महाराजा अग्रसेन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप भी लगे हैं।

इस पर अग्रवाल समाज और सिंधी समाज ने तीखा विरोध जताते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

पुलिस ने रायपुर के महादेव घाट रोड स्थित चंद्राकर हॉस्टल के बाहर ताला लगाकर सुरक्षा घेरा बना दिया है। अंदर से बघेल अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे हैं। उ

न्होंने छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्होंने बंद का समर्थन नहीं किया, वे “छत्तीसगढ़ के विरोधी” हैं।

हालांकि, चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बंद का समर्थन नहीं दिया, जिसके चलते व्यापारिक गतिविधियां सामान्य रहीं और बाजार खुले रहे।इस बीच, राज्य के कई जिलों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

वहीं रायगढ़ जिले के चक्रधर नगर से एक और बड़ी कार्रवाई सामने आई है। यहां विजय राजपूत नामक युवक को बाबा गुरु घासीदास पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और SC/ST एक्ट की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।यह कार्रवाई मंत्री ओ.पी. चौधरी के निर्देश पर और सतनामी समाज के भारी विरोध के बाद की गई।सिंधी समाज ने भी आरोपी विजय राजपूत को समाज से बहिष्कृत करते हुए कहा है कि “अब उसका समाज से कोई लेना-देना नहीं है।”छत्तीसगढ़ में इन घटनाओं के बाद माहौल संवेदनशील बना हुआ है। प्रशासन लगातार निगरानी में है और सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयानों पर नजर रखी जा रही है।

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