कोरबा।
दीपका कोयला खदान का दायरा बढ़ाने की कोशिश में जुटे प्रबंधन को हरदीबाजार में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। बुधवार को अचानक सर्वे टीम मकानों का सर्वे करने वार्ड क्रमांक 10 पहुँची, लेकिन पहले से तैयार बैठे ग्रामीणों ने टीम को घेरकर बेरंग लौटा दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक नौकरी, बसाहट, मुआवजा समेत उनकी 17 सूत्री मांगों को प्रबंधन मानकर अमल नहीं करता, तब तक खदान विस्तार का सर्वे नहीं होने देंगे। साथ ही ग्रामीणों ने प्रबंधन पर तानाशाही रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया है।
सूचना मिलते ही मौके पर तहसीलदार, पटवारी, सरपंच, उपसरपंच और जनपद सदस्य भी पहुँचे, लेकिन ग्रामीण अड़े रहे। नाराज़ ग्रामीणों ने साफ कह दिया
“जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, हरदीबाजार की एक इंच जमीन भी खदान को नहीं देंगे।”
इस घटनाक्रम ने दीपका प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। अब देखना यह होगा कि प्रबंधन ग्रामीणों से संवाद कर समाधान निकाल पाता है या विरोध और उग्र होता है।