कोरबा/SECL की कुसमुंडा परियोजना से ओवरलोडिंग के नाम पर कोयला चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। नोडल अधिकारी रोड सेल कुसमुंडा के पत्र के आधार पर क्षेत्रीय सुरक्षा प्रभारी और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा औचक निरीक्षण में यह खुलासा हुआ कि चार ट्रकों में कुल 84.67 टन कोयला अधिक लादकर चोरी की जा रही थी, जिसकी अनुमानित कीमत ₹1,68,000 आंकी गई है।

खाटु श्याम ट्रेडर्स के ट्रक पाए गए दोषी

जांच के दौरान पकड़े गए सभी ट्रक खाटु श्याम ट्रेडर्स के स्वामित्व वाले पाए गए। चारों ट्रकों से कुल 84.67 टन अतिरिक्त कोयला पाया गया, जिसे चोरी की नियत से ले जाया जा रहा था।

इस मामले में पुलिस ने चार ट्रकों के चालकों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है। इनके खिलाफ संबंधित धाराओं में FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

डीओ के आड़ में चल रहा है ओवरलोडिंग का खेल

गौरतलब है कि SECL की खदानों में Delivery Order (D.O.) प्राप्त करने वाले लिफ्टरों द्वारा लगातार ओवरलोडिंग के जरिए कोयले की चोरी की जा रही है।

यह मामला केवल कुसमुंडा क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि गेवरा, दीपका सहित अन्य खदानों में भी यह गोरखधंधा जारी है।इस खुलासे के बाद प्रशासन और सुरक्षा तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।

स्थानीय नागरिकों और कर्मचारियों की मांग है कि इस प्रकार की सुनियोजित कोयला चोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और दोषियों पर सख्त दंडात्मक कदम उठाए जाएं।

यह मामला SECL की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था और खनिज संसाधनों की निगरानी पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस मामले को उदाहरण बनाकर सख्ती से कार्रवाई करता है या यह भी पुराने मामलों की तरह फाइलों में दफन हो जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!