शाजी थामस
रायपुर
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया। यह घोटाला वर्ष 2019 से 2022 के बीच हुआ था, जिसने राज्य के खजाने को भारी नुकसान पहुँचाया।
ईडी ने अपनी जांच राज्य के एसीबी/ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर शुरू की थी। जांच में खुलासा हुआ कि शराब घोटाले से करीब 2500 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध आय पैदा हुई, जिसे अलग-अलग खातों में स्थानांतरित किया गया।
ईडी के अनुसार, चैतन्य बघेल को इस अवैध कमाई में से करीब 16.70 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसे उन्होंने अपनी रियल एस्टेट फर्मों के जरिए छुपाने का प्रयास किया। इतना ही नहीं, उन्होंने घोटाले से निकली 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को भी संभाला और इसे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन कोषाध्यक्ष तक पहुँचाने के लिए अनवर ढेबर और अन्य सहयोगियों के साथ समन्वय किया।
ईडी ने चैतन्य बघेल को अदालत में पेश कर 5 दिन की हिरासत में भेजे जाने का आदेश प्राप्त किया है। एजेंसी ने कहा है कि मामले की जांच अब भी जारी है और अन्य संदिग्धों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।