शाजी थामस
कोरबा/कुसमुंडा क्षेत्र में आज उस समय हड़कंप मच गया जब बड़ी संख्या में भू-विस्थापित महिलाओं ने मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के भीतर पहुंचकर अर्धनग्न होकर जोरदार प्रदर्शन किया। ये महिलाएँ एसईसीएल से रोजगार की मांग कर रही थीं, जो उनकी जमीन अधिग्रहण के एवज में अब तक लंबित है।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का आरोप है कि एसईसीएल ने वर्षों पहले उनकी ज़मीन अधिग्रहित कर ली थी, लेकिन आश्वासन के बावजूद उन्हें रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया। रोजगार संबंधी प्रकरण लंबे समय से अटका हुआ है, जिससे नाराज होकर महिलाओं ने यह कदम उठाया।महिलाओं के इस उग्र प्रदर्शन ने प्रबंधन को भी असहज स्थिति में डाल दिया।
प्रदर्शन के बाद मौके पर सुरक्षा बल तैनात किए गए और प्रबंधन स्तर पर वार्ता की कोशिशें की गईं।
हालाँकि महिलाओं की मांग जायज है या नहीं, इस पर अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकती, लेकिन इस तरह की घटनाएँ प्रबंधन के लिए न केवल असुविधाजनक बल्कि शर्मनाक भी हैं।
ज़रूरत इस बात की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, और विस्थापित परिवारों की समस्याओं का समय पर समाधान निकाला जाए।