रायपुर/ भारतीय जनता पार्टी की कथित दमनकारी नीतियों और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
इसी कड़ी में दीपका चौक पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा एकदिवसीय धरना प्रदर्शन एवं पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें ‘हल्ला बोल’ के तहत ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के खिलाफ तीखी नारेबाजी की गई और भाजपा सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष हरीश परसाई ने किया, जिनके साथ नगर पालिका सांसद प्रतिनिधि तनवीर अहमद, अध्यक्ष प्रत्याशी विशाल शुक्ला,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रजनीश तिवारी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार के कुशासन और ईडी जैसे केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ कांग्रेस का संघर्ष सड़क से संसद तक जारी रहेगा।इसी क्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 22 जुलाई (मंगलवार) को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक प्रदेशव्यापी चक्का-जाम आंदोलन का भी ऐलान किया है।
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि इस दौरान एम्बुलेंस और स्कूल बसों को चक्का-जाम से मुक्त रखा जाएगा, ताकि आम जनता को कोई असुविधा न हो।
आंदोलन की तैयारी को लेकर 20 जुलाई (रविवार) को जिला कांग्रेस कमेटियों के पदाधिकारियों, ब्लॉक अध्यक्षों एवं वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई गई है, जिसमें स्थानीय प्रशासन को पूर्व सूचना देने और अनुमति लेने की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
महासचिव सच्चिदानंद उपासने द्वारा जारी पत्र में प्रदेश के सभी सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, जिला एवं ब्लॉक अध्यक्ष, मोर्चा संगठन एवं प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, सोशल मीडिया प्रतिनिधि, नगरीय निकाय एवं पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधि एवं सभी कार्यकर्ताओं से सक्रिय भागीदारी की अपील की गई है, ताकि प्रदेशव्यापी आर्थिक नाकेबंदी-चक्का-जाम को पूरी तरह सफल बनाया जा सके।
कांग्रेस नेताओं ने दोहराया कि यह आंदोलन जनता के अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है और पार्टी इसे पूरी ताकत से आगे बढ़ाएगी।
इस मौके पर मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं में प्रमुख रूप से दुलेस्वरी सिदार, मनोज चौहान, विकास सिंह, अनुरुद्ध सिंह, राशूल मोहम्मद, सतीश सिंह, केदार सिंह, सूरज दास मानिकपुरी, पुष्पेंद्र शुक्ला, गोरेलाल यादव, हर्षित देवी, भगवती यादव, श्रीदेवी नायर, आशा रजक, लोकेश राठौर, गया चन्द्रा, इस्तेखार अली, भरत मिश्रा, तारकेश्वर मिश्रा, जुनैद खान, अफजल अली, बालेन्द्र सिंह, मनमोहन राठौर, रोशन निर्मलकर, सोनू खान, फैयाज अंसारी, सद्दाम शेख, सोनू गुप्ता, जय कर्ष, अविनास यादव, कमलेश जयसवाल, आकाश साहू, सेत मशी, खगेश बरेठ, कुलदीप राठौर, मधुशुदन दास, विक्की राज, विक्रम राठौर, शुभम शुक्ला, शोहैल खान, गुलाम हसन, इमरान अंसारी, मोंटू और जमशेद शेख समेत अनेक कार्यकर्ता शामिल हुए।