जांजगीर-चांपा। सोशल मीडिया पर दोस्ती कर युवक को फंसा कर ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे गिरोह का चांपा पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। कोरबा से आए दो युवतियों समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ये आरोपी 18 वर्षीय युवक को बदनाम करने की धमकी देकर 20,000 रुपये की अवैध वसूली की फिराक में थे।
सोशल मीडिया से दोस्ती और फिर ब्लैकमेलिंग का खेल
मामला कुछ यूं है कि मार्च 2024 में पीड़ित युवक की सोशल मीडिया पर कोरबा निवासी एक युवती से पहचान हुई थी। बातचीत बढ़ी तो युवती ने युवक से कुछ फोटो और वीडियो मंगवा लिए। इसके बाद इन फोटो-वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर युवक से पैसे मांगे जाने लगे। लगातार ब्लैकमेलिंग से युवक मानसिक रूप से परेशान हो गया, खाना-पीना छोड़ दिया और किसी से बात भी नहीं करता था। आखिरकार परिजनों के पूछने पर उसने पूरा सच बताया।
योजना बनाकर आए थे रकम वसूलने
पुलिस ने बताया कि आरोपी अर्जुन मिंज (26 वर्ष), निवासी दूगर बहार, जशपुर (फिलहाल कोरबा) और दो युवतियां 12 जुलाई को रकम वसूलने चांपा पहुंचे। आरोपियों ने योजना बनाई थी कि एक युवती पीड़ित के घर जाकर उसके पिता को ‘गिफ्ट देने’ का बहाना बनाएगी, जबकि बाकी आरोपी पास में स्कूटी पर खड़े रहेंगे।
युवती ने पिता से बात की और जब शक हुआ तो गाली-गलौच कर भागने लगी, लेकिन परिजनों और पड़ोसियों ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया।
चांपा पुलिस की तत्परता से साजिश नाकाम
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी जयप्रकाश गुप्ता अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपियों ने युवक से पैसे वसूलने और फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी की बात कबूल की। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप और SDOP चांपा यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ब्लैकमेलिंग की इस बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में सराहना हो रही है और एक बार फिर यह संदेश गया है कि साइबर अपराध में लिप्त अपराधी बच नहीं सकते। मामले की जांच जारी है और पुलिस ने युवाओं को सतर्क रहने और सोशल मीडिया पर अजनबियों से सावधान रहने की अपील की है।