Shaji Thomas
कोरबा, 8 जुलाई 2025 — चार श्रम संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) में आज मिला-जुला असर देखने को मिला।
सुबह की पहली पाली और जनरल शिफ्ट में कर्मचारियों की उपस्थिति लगभग 51 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि दूसरी पाली में उपस्थिति और खदानों का संचालन सामान्य होता नजर आया।
एसईसीएल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, आज सुबह कुल 20 खुली खदानों में से 15 खदानें पूरी तरह से सामान्य रूप से संचालित रहीं, जबकि 4 खदानों पर आंशिक असर पड़ा। वहीं भूमिगत खदानों में अपेक्षित रूप से हड़ताल का असर देखा गया, जहां 37 भूमिगत खदानों में से 28 खदानें सामान्य या आंशिक रूप से प्रभावित रहीं।
गौरतलब है कि एसईसीएल का सर्वाधिक उत्पादन खुली खदानों से होता है, इसलिए हड़ताल के बावजूद कोयला उत्पादन पर व्यापक असर नहीं पड़ा।
एसईसीएल प्रबंधन ने कहा कि कर्मचारियों के सहयोग और व्यवस्थागत तैयारियों की वजह से खदानों में कार्य संचालन सामान्य बनाए रखने में सफलता मिली है।
संयुक्त श्रमिक संगठनों द्वारा आहूत इस हड़ताल का मकसद विभिन्न श्रम सुधारों और निजीकरण नीतियों का विरोध करना था। हालांकि, हड़ताल के दौरान प्रबंधन और सुरक्षा बलों ने शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई।
हड़ताल के प्रभाव को लेकर एसईसीएल ने आश्वस्त किया है कि कोयला आपूर्ति और उत्पादन व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है, जिससे बिजली संयंत्रों व अन्य उपभोक्ताओं को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बीएमएस के रमेश गुरुद्वान ने बताया कि हड़ताल बे असर रहा।