कोरबा, 8 जुलाई 2025: ग्राम विजयनगर में खनिज न्यास मद (DMF) से बन रहे स्कूल भवन निर्माण में भारी गड़बड़ियों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कोयलांचल पोर्टल द्वारा बीते कुछ दिनों पूर्व इस गंभीर विषय पर विस्तार से खबर प्रकाशित की गई थी, लेकिन अफसोस की बात है कि SECL के जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों के कानों तक जूं तक नहीं रेंगी।
जानकारी के अनुसार, भवन निर्माण में निम्न गुणवत्ता की सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है। निर्माण में 6 mm और 8 mm की कमजोर सरिया का प्रयोग हो रहा है, जो मानकों के खिलाफ है। इससे भवन की मजबूती पर सवाल उठने लगे हैं और स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है।
क्षेत्रीय संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। जिला अध्यक्ष सुरजीत सोनी ने इसकी लिखित शिकायत की है।
निर्माण स्थल पर बिना किसी तकनीकी निगरानी और सुरक्षा के छोटे-छोटे मजदूर काम कर रहे हैं। न तो इंजीनियर उपस्थित हैं, न ही निर्माण स्थल पर कोई सुरक्षा मानक लागू किए गए हैं। यह स्थिति न सिर्फ श्रमिकों के लिए, बल्कि भविष्य में स्कूल आने वाले बच्चों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है।
कोयलांचल पोर्टल की पड़ताल में हुआ था खुलासा:
कोयलांचल समाचार पोर्टल ने कुछ दिन पूर्व स्थानीय लोगों की शिकायतों और现场 निरीक्षण के आधार पर इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। लेकिन SECL प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया, जिससे लोगों में यह संदेश गया है कि विभागीय अधिकारी इन मामलों को लेकर लापरवाह बने हुए हैं।

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना की मांगें:
निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच,दोषी ठेकेदार व इंजीनियरों पर सख्त कार्रवाई,भविष्य में निर्माण कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित हो,सुरक्षा मानकों का अनिवार्य पालन हो।
अब सवाल यह है कि जब मीडिया और सामाजिक संगठन खुलकर आवाज उठा रहे हैं, तो SECL और संबंधित विभाग अब तक चुप क्यों हैं? अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।