
गेवरा खदान में कुछ दिन पहले केंद्रीय कोयला मंत्री किशन रेड्डी ने किया था सादगीपूर्ण दौरा, दीपका में दिखावे पर उड़ाए जा रहे करोड़ों।
दीपका, 29 जून 2025:एसईसीएल दीपका क्षेत्र में कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे के प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रबंधन में हलचल तेज हो गई है। जहां सिक्योरिटी परिसर और प्रवेश द्वार का शिलान्यास मंत्री के द्वारा किया जाएगा मंत्री के आगमन से पहले ही जगह-जगह लीपापोती और दिखावटी सजावट का दौर शुरू हो गया है।
वर्षों से खस्ताहाल पड़ी बाउंड्री वॉल और परिसर में आनन-फानन में पुताई का काम कराया जा रहा है ताकि दौरे के दौरान सब कुछ चमकदार नजर आए। साथी सड़क के दोनों और टेंट के माध्यम से पर्दे लगाए जा रहे हैं ताकि प्रबंधन के अव्यवस्थाओं का पोल मंत्री के सामने खुल ना सके। मंत्री जी के आगमन को देखकर लगता है कि यह उनके लिए एक त्यौहार से कम नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, इन तैयारियों पर लाखों से करोड़ों रुपये तक का व्यय किया जा रहा है, जबकि यह खर्च सीधे तौर पर पैसे की बर्बादी माना जा रहा है।
क्षेत्र के लोग और कर्मचारी इस सतही सौंदर्यीकरण को दिखावा बता रहे हैं।
एक कर्मचारी ने कहा –”असल में सुधार की कोई मंशा नहीं है, सिर्फ दिखावे के लिए रंग-रोगन कर मंत्री को गुमराह करने की तैयारी है।”
इसके विपरीत, कुछ दिन पूर्व गेवरा खदान में केंद्रीय कोयला मंत्री श्री किशन रेड्डी का दौरा हुआ था, जहां पूरे कार्यक्रम को सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न किया गया। ना तो फिजूल की सजावट हुई, ना ही लाखों का दिखावा, बल्कि मंत्री ने खुद भी सादगीपूर्वक दौरे को अंजाम दिया और कर्मचारियों से संवाद कर वास्तविक मुद्दों की जानकारी ली।
अब सवाल यह उठ रहा है कि जब एक केंद्रीय मंत्री सादगीपूर्वक दौरा कर सकते हैं, तो फिर राज्य मंत्री के आगमन पर इतना दिखावा क्यों?
क्या यह केवल अधिकारियों की चमचमाती तस्वीर दिखाने की कोशिश है, या भ्रष्टाचार को छिपाने का तरीका?
स्थानीय लोग इस बेवजह के खर्च और सतही व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि मंत्री वास्तविकता को खुद देखें और एसईसीएल क्षेत्र में व्याप्त अनियमितताओं और भ्रष्टाचार पर ध्यान दें।
इतना ही नहीं सूत्रों के अनुसार कुछ राजनीतिक महकमे के लोग इसकी शिकायत भी मंत्री जी से करेंगे।देखना होगा कि दीपका का यह दौरा सिर्फ तस्वीरों तक सीमित रहता है या वास्तव में क्षेत्र की ज़मीन पर कुछ बदलाव लाता है।