गेवरा (कोरबा):एसईसीएल की गेवरा परियोजना में एक बार फिर लापरवाही भारी पड़ गई। बीते शनिवार शाम लगभग 5:30 बजे खदान के भीतर कार्यरत डोजर नंबर 915 में अचानक आग लग गई, जिससे करोड़ों रुपए की यह भारी-भरकम मशीन जलकर पूरी तरह खाक हो गई।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, डोजर ऑपरेटर बालेश्वर घटना के वक्त श्रीराम शाॅवेल, गणेश शाॅवेल और पार्था शाॅवेल के डम्पिंग क्षेत्र में कार्य कर रहा था। आग की लपटें अचानक इतनी तेजी से फैलीं कि ऑपरेटर ने किसी तरह जान बचाई और मौके से भाग निकला।
हालांकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन इस हादसे ने एसईसीएल प्रबंधन की कार्यप्रणाली और मशीनों के रखरखाव (मेंटेनेंस) पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि मेंटेनेंस के अभाव के कारण ही यह हादसा हुआ।
यह पहला मामला नहीं है जब गेवरा खदान में करोड़ों की मशीन आग की भेंट चढ़ी हो। इससे पहले भी कई बार इस प्रकार की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
स्थानीय कर्मचारी और यूनियनों में इस घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त है। वे जल्द से जल्द जांच की मांग कर रहे हैं ताकि जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।प्रबंधन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।