रायपुर: रायपुर-विशाखापट्टनम सिक्स लेन ग्रीन कॉरिडोर के मुआवजा घोटाले में छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरबा में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर शशिकांत कुर्रे को निलंबित कर दिया है। 2019 से 2021 तक अभनपुर के तहसीलदार रहे शशिकांत कुर्रे को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।इससे पहले, सरकार ने अभनपुर के तत्कालीन एसडीएम निर्भय साहू को भी निलंबित किया था। अब दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ भी कदम उठाया गया है।रायपुर कलेक्टर की जांच रिपोर्ट में शशिकांत कुर्रे की संलिप्तता की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुआवजा घोटाले को अंजाम देने के बाद तत्कालीन तहसीलदार को 2021 में प्रमोशन देकर डिप्टी कलेक्टर बना दिया गया था और वर्तमान में वे कोरबा में पदस्थ थे।सूत्रों के अनुसार, शशिकांत कुर्रे एक मंत्री के करीबी होने के कारण अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। लेकिन सरकार ने अब सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।रायपुर-विशाखापट्टनम सिक्स लेन ग्रीन कॉरिडोर के निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजा वितरण में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आई थीं। आरोप है कि सरकारी अधिकारियों ने मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत लोगों को करोड़ों रुपये का मुआवजा दिलवाया।इस घोटाले को लेकर सरकार अब और भी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई कर सकती है। मामला फिलहाल जांच के अधीन है, और आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।