कोरबा। प्रगति नगर आवासीय परिसर में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से परेशान निवासियों ने आखिरकार संगठन के माध्यम से एसईसीएल दीपका प्रबंधन को घेर ही लिया। मच्छरों से फैल रही बीमारियों और असुविधाओं को लेकर हाल ही में दोनों पक्षों के बीच गंभीर चर्चा हुई, जिसमें संगठन ने प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए।मच्छरों से परेशान निवासी, संगठन ने उठाई आवाजआवासीय परिसर में मच्छरों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही थी, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा था। निवासियों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन की उदासीनता के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है। संगठन ने प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुए तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की।
प्रबंधन की सफाई: तय की गईं दवा छिड़काव और फॉगिंग की तारीखें
कड़ी आलोचना के बाद एसईसीएल दीपका प्रबंधन ने मच्छर नियंत्रण के लिए एक्शन प्लान की घोषणा की। प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि:प्रत्येक महीने की 7 और 22 तारीख को नालियों में मच्छरों के पनपने से रोकने के लिए दवा का छिड़काव किया जाएगा।प्रत्येक महीने की 15 और 30 तारीख को आवासीय परिसर में फॉगिंग अभियान चलाया जाएगा, ताकि मच्छरों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके।
निवासियों में असंतोष, संगठन ने दी चेतावनी
हालांकि, संगठन ने इस योजना को केवल आश्वासन करार देते हुए इसे सख्ती से लागू करने की मांग की है। संगठन के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि यदि मच्छर नियंत्रण के उपाय समय पर नहीं किए गए, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।क्या मिलेगा मच्छरों से निजात?प्रगति नगर में मच्छरों के बढ़ते आतंक और उससे उत्पन्न स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि एसईसीएल दीपका प्रबंधन अपने वादों पर कितना खरा उतरता है। यदि योजना प्रभावी रूप से लागू नहीं हुई, तो संगठन और निवासियों का आक्रोश और भी बढ़ सकता है।