
शाजी थॉमस
कोरबा। एसईसीएल गेवरा परियोजना में लिमिटेड टेंडर प्रक्रिया को लेकर संदेह के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने बुधवार को छापेमारी की। रायपुर से आई तीन गाड़ियों में सीबीआई अधिकारियों की टीम ने सुबह शक्ति नगर स्थित क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय में दबिश दी। इसके बाद टीम ने जेके तालाब और प्रोजेक्ट ऑफिस में जाकर विस्तृत जांच की।
ये हैं प्रमुख आरोप:1. टेंडर को लिमिटेड प्रक्रिया के तहत जारी किया गया, जो कि सिविल वर्क्स टेंडर मैनुअल के नियमों का उल्लंघन है।2. टेंडर के लिए DGMS (Directorate General of Mines Safety) से आवश्यक अनुमति नहीं ली गई।3. टेंडर प्रक्रिया में शामिल ठेकेदारों की सूची संदेह के घेरे में है।4. किए गए कार्यों की GPS ट्रैकिंग और GPS फोटो नहीं ली गईं।5. कार्य के दौरान निकाले गए मलबे का कोई स्पष्ट विवरण उपलब्ध नहीं है।
सीबीआई की टीम जब जांच के लिए एसईसीएल के संबंधित विभाग में पहुंची, तो वहां कोई जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित नहीं था। सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों के नहीं मिलने से जांच प्रभावित हो सकती है, लेकिन सीबीआई ने आवश्यक दस्तावेज जब्त कर लिए हैं।सीबीआई टीम अब इस पूरे टेंडर प्रकरण से जुड़े दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही कुछ प्रमुख अधिकारियों से पूछताछ हो सकती है। यदि अनियमितताओं की पुष्टि होती है, तो इस मामले में बड़ी कार्रवाई संभव है।