कोरबा, 20 जनवरी 2025:
एसईसीएल गेवरा प्रबंधन के खिलाफ स्थानीय भू-विस्थापित श्रमिकों का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। कांग्रेस नेता अजय जायसवाल के नेतृत्व में श्रमिकों ने आज फिर गेवरा प्रबंधन कार्यालय में तालाबंदी कर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ढोल-नगाड़ों के साथ कार्यालय के गेट पर पहुंचे और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वादा खिलाफी का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि गेवरा क्षेत्र में कार्यरत निजी कंपनियां स्थानीय श्रमिकों को रोजगार देने में असफल रही हैं। इसके बजाय, बाहरी कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिनमें से कई फर्जी आधार कार्ड और दस्तावेजों के आधार पर काम कर रहे हैं। श्रमिकों ने मांग की है कि इन बाहरी श्रमिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें उनके पदों से हटाया जाए।
धरना स्थल पर बढ़ते तनाव को देखते हुए गेवरा के मुख्य महाप्रबंधक एसके मोहंती स्वयं श्रमिकों से वार्ता करने पहुंचे। उन्होंने धरना स्थल पर दरी पर बैठकर प्रदर्शनकारियों की समस्याएं सुनीं। स्थानीय श्रमिकों ने महाप्रबंधक को स्पष्ट रूप से बताया कि क्षेत्र में रोजगार के लिए सबसे पहले स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता अजय जायसवाल ने कहा कि स्थानीय श्रमिकों के अधिकारों को किसी भी कीमत पर दबने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने प्रबंधन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन और भी उग्र होगा।
धरने पर बैठे श्रमिकों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने प्रबंधन से सभी मुद्दों पर ठोस कार्रवाई की मांग की है।