

गेवरा/शनिवार को एसईसीएल गेवरा के जीएम कार्यालय में स्थानीय भूमि स्थापित श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर सुबह 9 बजे से तालाबंदी कर दी। प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया। पूरे दिन चले प्रदर्शन के बावजूद प्रबंधन और श्रमिकों के बीच सहमति नहीं बन सकी।
श्रमिकों ने ऐलान किया है कि सोमवार को फिर से तालाबंदी की जाएगी और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं आंदोलन जारी रहेगा।
कांग्रेस नेता अजय जायसवाल ने बताया कि श्रमिकों की मुख्य मांग यह है कि पिछले एक माह में दिए गए 55 आवेदन पत्रों पर कार्रवाई करते हुए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि इसी शर्त पर प्रदर्शन समाप्त होगा।

प्रदर्शनकारियों ने गेवरा जीएम एसके मोहंती पर तानाशाही रवैया अपनाने और वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उनका कहना है कि 23 दिसंबर को त्रिपक्षीय वार्ता में जो सहमति बनी थी उसका पालन नहीं किया गया। श्रमिकों का आरोप है कि मोहंती ने वार्ता के बाद विपरीत कार्यवाही की जिससे उनका आक्रोश और बढ़ गया।
23 दिसंबर को हुई त्रिपक्षीय वार्ता में प्रबंधन ने स्थानीय श्रमिकों को निजी कंपनियों में रोजगार दिलाने का आश्वासन दिया था। लेकिन श्रमिकों का आरोप है कि वादा केवल कागजों तक ही सीमित रहा और इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
प्रदर्शन के दौरान कुछ कर्मचारी खेतों के रास्ते कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे लेकिन श्रमिकों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। श्रमिकों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो सोमवार को भी कार्यालय पर ताला जड़ा जाएगा।
स्थानीय श्रमिकों और प्रबंधन के बीच बढ़ते टकराव से स्थिति गंभीर हो गई है। अगर समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो यह आंदोलन लंबे समय तक खिंच सकता है जिससे एसईसीएल का कामकाज प्रभावित हो सकता है।
