![](https://koyalanchal.in/wp-content/uploads/2025/01/1002294243-3-619x1024.jpg)
शाजी थामस
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत निर्माण कार्यों में अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने स्पष्ट किया है कि प्रशासनिक और निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के कार्यपालन अभियंता श्री सी. के. ठाकुर और सहायक अभियंता श्री नीरज ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है।
बीजापुर जिले के भैरमगढ़, भोपालपट्टनम और उसूर (आवापल्ली) ब्लॉकों में जीएडी आवास भवनों के निर्माण कार्यों में अनियमितताओं की शिकायतों के बाद मुख्यालय स्तर पर जांच की गई। जांच में वित्तीय गड़बड़ियां और कार्य में देरी की पुष्टि हुई।
मंत्री श्री चौधरी के निर्देश पर छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त श्री कुंदन कुमार ने संबंधित ठेकेदार, मेसर्स एन. के. कंस्ट्रक्शन दुर्ग को ब्लैकलिस्ट करने का नोटिस जारी किया। इसके साथ ही, ठेकेदार के पंजीकरण को निरस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में मेसर्स एन. के. कंस्ट्रक्शन को उन कार्यों का भुगतान किया गया, जो वास्तव में किए ही नहीं गए थे। ठेकेदार को कार्य की अनुमानित लागत से अधिक राशि का भुगतान किया गया था।
मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि सुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए अनियमितताओं पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर जोर दिया और चेतावनी दी कि गड़बड़ी पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।