शाजी थामस
गेवरा दीपका/राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की 47 नगर पालिकाओं में प्रशासकों की नियुक्ति के तहत दीपका नगर पालिका परिषद में 8 जनवरी 2025 से प्रशासकीय शासन लागू हो जाएगा। नगर पालिका के सभी प्रशासनिक और संचालन कार्यों की जिम्मेदारी एसडीएम संभालेंगे।इस निर्णय के साथ ही दीपका नगर पालिका की अध्यक्ष संतोषी दीवान का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। वे अब 8 जनवरी से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में जानी जाएंगी।
संतोषी दीवान ने अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्रीय विकास के कई मुद्दों को अपने एजेंडे में शामिल किया था। हालांकि कई महत्वपूर्ण समस्याएं आज भी अनसुलझी हैं।पाली रोड पर स्थित शराब दुकान हटाने का मुद्दा, जिसे लेकर संतोषी दीवान ने अपने कार्यकाल में अनशन भी किया था, जनमानस की यह बहु प्रतीक्षित समस्या अभी तक जस की तस बनी हुई है।
प्रशासन द्वारा वार्डो में जन समस्या निवारण का शिविर हर एक वार्ड में लगाया गया था जहां वार्ड क्रमांक 11 में बड़ी संख्या में शराब दुकान को हटाने की मांग की गई थी। बावजूद इसके, पांच साल के कार्यकाल के बाद भी दारू भट्टी नहीं हटाई जा सकी।
पिछले 5 सालों में लगातार भ्रष्टाचार के भी कई मामले उजागर हुए हैं, सूत्रों की माने तो नगर पालिका दीपका में विकास कार्यों की एवज में ठेकेदार द्वारा दिए जाने वाले कमिशनों में बेतहाशा वृद्धि हुई है और यह कार्यकाल कांग्रेस और बीजेपी दोनों के पक्ष में रहा है। वहीं जल आवर्धन योजना में भी खुलकर भ्रष्टाचार किया गया, ज्योति नगर में छतदार स्टेज में भी जमकर भ्रष्टाचार के मामले उजागर हुए जिस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। बताया जा रहा है दीपका नगर पालिका में कई निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी जांच आने वाले समय में की जाएगी।
प्रशासकीय शासन लागू होने के बाद, अब देखना होगा कि इस क्षेत्र में लंबित समस्याओं का समाधान कब और कैसे होता है। नगर पालिका के अगले चुनावों तक, सभी प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी प्रशासक के पास रहेगी।
दीपका नगर पालिका के सीएमओ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया निकाय दीपका के प्रशासक एसडीएम होंगे जिन्हें पीआईसी और परिषद के पावर का अधिकार होता है।