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नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने 3 जनवरी से ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ नामक देशव्यापी अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य भारतीय संविधान और महात्मा गांधी की विचारधारा को बचाना और जन-जन तक पहुंचाना है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसे संविधान और गांधी जी की विरासत को संरक्षित करने का प्रयास बताया है।
अभियान का समापन 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के अवसर पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू, मध्य प्रदेश में किया जाएगा। यह पहल कांग्रेस के ऐतिहासिक बेलगावी अधिवेशन के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शुरू की गई है। अभियान के तहत देशभर में रैलियां, सभाएं और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
भाजपा ने कांग्रेस पर भारत का गलत नक्शा दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बेलगावी अधिवेशन के पोस्टरों में कश्मीर और अक्साई चिन को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया। भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस की बड़ी चूक बताया। हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक प्रोपेगेंडा करार दिया।
कांग्रेस गणतंत्र दिवस से ‘संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा’ की शुरुआत करेगी। यह यात्रा एक वर्ष तक चलेगी और इसका उद्देश्य संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनजागरूकता बढ़ाना है। इस यात्रा की घोषणा मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने की थी।
1924 में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में हुए बेलगावी अधिवेशन को कांग्रेस के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय माना जाता है। इस अधिवेशन में गांधी जी ने साधारण जीवन और खर्चों में कटौती का संदेश दिया। अधिवेशन स्थल को अब एक प्रमुख पर्यटन केंद्र में बदल दिया गया है।
सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से इस अभियान और पदयात्रा में सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए इसे ऐतिहासिक अवसर बताया। उन्होंने इसे भाजपा की नीतियों का जवाब और गांधी-अंबेडकर की विरासत की रक्षा का प्रयास बताया।