शाजी थामस
जांजगीर-चांपा। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ शासन ग्रामोद्योग जिला हाथकरघा विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक हरेकृष्ण चौहान को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत उन्होंने तीन बुनकर सहकारी समितियों की जांच रिपोर्ट को प्रभावित करने के लिए मांगी थी।
जिले की महामाया समिति मिसदा, लक्ष्मी कोसा समिति, और बजरंग बुनकर समिति खोखरा का कार्य बंद कर दिया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विभाग ने इन समितियों के कार्यों को इसलिए रोक दिया क्योंकि रायपुर के गोदाम से धागे की चोरी हुई थी। चोरी की घटना में इन समितियों के संलिप्त होने की आशंका पर उनके धागे लेना और कर्मचारियों का भुगतान रोक दिया गया था।समितियों ने विभाग को आवेदन दिया कि वे किसी भी चोरी में शामिल नहीं हैं और जांच कराने की मांग की।इस जांच की जिम्मेदारी वरिष्ठ निरीक्षक हरेकृष्ण चौहान को दी गई। आरोप है कि चौहान ने जांच रिपोर्ट के एवज में 1.75 लाख रुपए की रिश्वत मांगी।
समिति के सदस्य महेंद्र देवांगन ने रिश्वत की मांग के खिलाफ ACB से शिकायत की। शिकायतकर्ता ने अधिकारियों को बताया कि सौदा 1.75 लाख से घटाकर 50 हजार रुपए पर तय हुआ। शुक्रवार को दोपहर 2 बजे ACB ने शिकायतकर्ता को चिप लगे 50 हजार रुपए के साथ भेजा।जैसे ही चौहान ने पैसे स्वीकार किए, ACB टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पूरी बातचीत रिकॉर्ड की गई थी, जो उनके खिलाफ पुख्ता सबूत बनी।
ईहरेकृष्ण चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें गिरफ्तार कर जिला न्यायालय जांजगीर में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदमयह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की सख्ती को दर्शाती है। ACB की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे मामलों में कोई भी दोषी कानून की गिरफ्त से बच नहीं सकता।
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