शाजी थामस
एसईसीएल गेवरा-दीपका खदान में डीजल चोरी के मामले में पुलिस ने जहां संगठित गिरोह पर शिकंजा कसा है वहीं इस घटना में 6 पुलिसकर्मियों की संदिग्ध भूमिका उजागर होने के बाद उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है। इन पर आरोप है कि इनका आचरण डीजल चोरी के मामले में संदिग्ध पाया गया है।
निलंबित पुलिसकर्मियों की सूची में प्रधान आरक्षक राजेश कंवर (साइबर सेल, कोरबा)आरक्षक कमल कैवर्त्य (थाना हरदीबाज़ार)आरक्षक तिलक पटेल (थाना हरदीबाज़ार)आरक्षक धीरज पटेल (थाना कुसमुंडा)आरक्षक त्रिलोचन सागर (थाना कुसमुंडा)आरक्षक रितेश शर्मा (साइबर सेल, कोरबा)इन पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच के लिए मामला नगर पुलिस अधीक्षक दर्री विमल पाठक को सौंपा गया है।
थाना दीपका पुलिस ने डीजल चोरी के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर 2345 लीटर डीजल और घटना में प्रयुक्त दो बोलेरो वाहन जप्त किए हैं। आरोपियों में पुरुषोत्तम गैंग और नवीन गैंग के सदस्य शामिल हैं।
खदान में डीजल चोरी की घटनाओं में एसईसीएल का सिक्योरिटी पास उपयोग करने की बात भी सामने आई है। ऐसे में एसईसीएल के सुरक्षा विभाग की भी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है पास किसने और कहां से जारी किए हैं इसकी जांच की जा रही है।
गेवरा-दीपका और कुसमुंडा खदान क्षेत्र से डीजल चोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हालांकि दीपका पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है लेकिन पुलिसकर्मियों की मिलीभगत ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में खदान क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई गई है। वहीं निलंबित पुलिसकर्मियों की संदिग्ध भूमिका की जांच जारी है। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के बाद इस पूरे मामले में और कौन-कौन से तथ्य उजागर होते हैं।