शाजी थामस
कोरबा/गेवरा /एसईसीएल गेवरा क्षेत्र में आवासीय परिसरों में स्थित दुकानों को लेकर प्रबंधन और व्यापारियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। प्रबंधन ने आवंटित दुकानदारों को अंतिम चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया है। प्रबंधन का कहना है कि दुकानदार समय पर किराया और बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं जिससे संस्था को वित्तीय नुकसान हो रहा है।प्रबंधन ने पिछले दो वर्षों में व्यापारिक संस्थाओं के संचालकों को दुकानों का नियमितीकरण करने के लिए कई बार पत्र भेजे थे। हालांकि व्यापारियों ने प्रबंधन की शर्तों पर आपत्ति जताई और इसे अत्यधिक महंगा बताया। व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में मंदी के दौर में ऊंचा किराया और बिजली बिल चुकाना मुश्किल हो रहा है।
अवैध रूप से संचालित दुकान संचालकों की मौज।
इधर कॉलोनी परिसर में अवैध रूप से बने दुकानों के संचालक बिना किसी किराए या बिजली बिल के अपने व्यापार का संचालन कर रहे हैं। प्रबंधन की इस दोहरी नीति को लेकर आवंटित दुकानदारों में आक्रोश है। उनका कहना है कि जहां वैध दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है वहीं अवैध कब्जाधारियों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
स्थानीय व्यापारियों ने प्रबंधन से मांग की है कि अवैध दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए समान नियम लागू किए जाएं। साथ ही वैध दुकानदारों को राहत प्रदान करने के लिए किराया और बिजली बिल में छूट देने की व्यवस्था की जाए।
उल्लेखनीय हैं कि यह मामला अब क्षेत्रीय व्यापारियों और प्रबंधन के बीच तकरार का बड़ा मुद्दा बन गया है। देखना होगा कि प्रबंधन इस पर क्या कदम उठाता है।