शाजी थामस
बिलासपुर पुलिस ने संगठित ठगी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई। इस रैकेट का संचालन कपिल गोस्वामी नामक व्यक्ति द्वारा तथाकथित पत्रकार गुरुशंकर दिव्य, सरपंच प्रतिनिधि ईश्वर चौहान और अन्य साथियों के साथ मिलकर किया जा रहा था।
इनोवा कार में घूम कर, रौब दिखा कर करते थे ठगी।
आरोपी बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी का झांसा देते थे। कपिल गोस्वामी अपनी महंगी इनोवा कार, बॉडीगार्ड और ड्राइवर के साथ घूमता था, जिससे वह प्रभावशाली व्यक्ति होने का आभास देता था। युवाओं को विश्वास में लेने के बाद उनसे विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ी रकम वसूली जाती थी। ठगे गए युवाओं से फर्जी नियुक्ति पत्र और सेवा पुस्तिकाएं दिखाकर उनके मूल दस्तावेज भी रख लिए जाते थे।
आईडी कार्ड ले कर घूम रहे हैं फर्जी पत्रकार ।
पकड़े गए आरोपियों से 13 लाख रुपये नगद20 लाख की इनोवा कार बैंक खाते से 3 लाख रुपये जब्त फर्जी नियुक्ति पत्र, सेवा पुस्तिकाएं, सरकारी सील और जेल प्रहरी की वर्दी7 मोबाइल फोन मुख्य आरोपी:कपिल गोस्वामी तथाकथित पत्रकार गुरुशंकर दिव्य,सरपंच प्रतिनिधि ईश्वर चौहान अन्य साथी पुलिस ने इन सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
बिलासपुर और आसपास के जिलों से करीब 25-30 युवाओं से ठगी की बात सामने आई है। पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने नौकरी पाने के लिए अपने घर के गहने गिरवी रखकर और उधार लेकर आरोपियों को पैसे दिए थे।
बिलासपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि नौकरी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को पैसे न दें और ऐसी किसी घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यह मामला बेरोजगार युवाओं की मजबूरी और अपराधियों की साजिश को उजागर करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ठगी के इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ, लेकिन यह घटना समाज को सचेत करती है कि ऐसे अपराधियों से सतर्क रहें।