शाजी थामस
रायपुर/छत्तीसगढ़ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के छह जिलों में एक साथ छापेमारी की। इस दौरान गांजा तस्करी में लिप्त तीन जीआरपी सिपाही और रिश्वत लेते हुए पकड़े गए एक लेखा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई।
छापेमारी में जीआरपी के तीन सिपाही गिरफ्तार।
बिलासपुर जिले में जीआरपी के तीन आरक्षक मन्नू प्रजापति, संतोष कुमार राठौर, और लक्ष्मण गाइन के ठिकानों पर छापेमारी की गई। एसीबी को जांच के दौरान इन पुलिसकर्मियों के पास से लाखों रुपये के आभूषण, संपत्ति के दस्तावेज, और बैंक खातों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इन पुलिसकर्मियों पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है।
रिश्वत लेते हुए सहायक लेखा अधिकारी गिरफ्तार।
जनपद पंचायत बोड़ला, जिला कवर्धा के सहायक लेखा अधिकारी नरेंद्र कुमार राउतकर को एसीबी ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि राउतकर ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। इसके बाद एसीबी ने कवर्धा और राजनांदगांव में तीन स्थानों पर छापे मारे। यहां से आरोपी और उसकी पत्नी के नाम पर कई एकड़ जमीन, प्लॉट, मकान, और अन्य निवेश के दस्तावेज बरामद हुए।
एसीबी की छह टीमों ने तैयार की रणनीति, और दी अचानक दस्तक।
एसीबी की इस कार्रवाई में रायपुर और बिलासपुर की छह टीमों ने भाग लिया। छापेमारी के दौरान अचानक दस्तक देने से कई आरोपी और उनके परिवार आश्चर्यचकित रह गए। एसीबी ने कहा कि सभी बरामद दस्तावेजों का विश्लेषण किया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई जल्द की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर कानून व्यवस्था पर कड़ा संदेश।
एसीबी की इस कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों में लिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ा संदेश दिया है। एसीबी ने संकेत दिए हैं कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।