रायपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग के दो अफसरों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सुपरिंटेंडेंट इलोंका मिंज और इंस्पेक्टर सौम्य रंजन मलिक ने दवा कारोबारी राहुल वर्मा से 60 हजार रुपए की रिश्वत ली।
पेनल्टी से बचाने के लिए मांगी घूस,3 लाख रुपए की पेनल्टी का डर दिखाया
जानकारी के अनुसार, दोनों अफसरों ने जीएसटी की राशि में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कारोबारी को 3 लाख रुपए की पेनल्टी का डर दिखाया। इस मामले को “सेटल” करने और पेनल्टी से बचाने के लिए उन्होंने पहले 75 हजार रुपए की मांग की थी। बाद में यह राशि घटाकर 60 हजार कर दी गई।
सीबीआई ने रची योजना, रंगे हाथों पकड़ा
दवा कारोबारी राहुल वर्मा ने सीबीआई से संपर्क कर इस मामले की जानकारी दी। इसके बाद सीबीआई ने जाल बिछाकर दोनों अफसरों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह छत्तीसगढ़ में पहली बार है जब सीजीएसटी के अधिकारियों को रिश्वत के मामले में पकड़ा गया है।
अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज
सीबीआई ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगे की जांच जारी है, और उनसे जुड़े अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई का सख्त रुख
सीबीआई की इस कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया है। यह घटना न केवल सरकारी विभागों में पारदर्शिता की आवश्यकता को उजागर करती है, बल्कि आम नागरिकों को भी ऐसे मामलों में सामने आकर शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करती है।