शाजी थामस
चिरमिरी: एन्टी करप्शन ब्यूरो (ACB) अंबिकापुर की टीम ने आज चिरमिरी स्थित SECL महाप्रबंधक कार्यालय में छापा मारकर सिविल विभाग के दो अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। अधिकारियों पर ठेकेदार से वर्क ऑर्डर जारी करने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है।
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के चिरमिरी में SECL के सिविल विभाग द्वारा जारी निर्माण कार्य के टेंडर का वर्क ऑर्डर देने के बदले 11,000 रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। ठेकेदार अंकित मिश्रा ने इस मामले की शिकायत एसीबी अंबिकापुर कार्यालय में की थी।अंकित मिश्रा ने शिकायत में बताया कि SECL महाप्रबंधक कार्यालय द्वारा 1.72 लाख रुपये के निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया गया था। लेकिन, दो महीने बीतने के बाद भी वर्क ऑर्डर नहीं दिया गया। जब उन्होंने ओवरसियर संजय कुमार सिंह से संपर्क किया, तो उन्होंने वर्क ऑर्डर देने के लिए 11,000 रुपये की रिश्वत मांगी।
आरोपी अधिकारी
एसीबी की टीम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए योजना बनाकर चिरमिरी SECL कार्यालय में दबिश दी। कार्रवाई के दौरान संजय कुमार सिंह को 7,000 रुपये और उनके सहयोगी व्ही. श्रीनिवास को 4,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी ने मीडिया को बताया कि आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, उनकी चल-अचल संपत्तियों की भी जांच की जाएगी।
यह घटना SECL सिविल विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है। टेंडर प्रक्रिया में मोटी कमीशन वसूली के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं।गिरफ्तार अधिकारियों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है।