शाजी थामस
कोरबा जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक (आरआई) और पटवारी को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता संजय दिवाकर, निवासी बाकीमोगरा, ने एसीबी बिलासपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम जमनीपाली में भूमि की रजिस्ट्री और सीमांकन के लिए 15,000 रुपये रिश्वत मांगी जा रही है।शिकायत के मुताबिक, राजस्व निरीक्षक अश्वनी राठौर ने प्रकरण की पूरी कार्यवाही के लिए पटवारी धीरेन्द्र लाटा के माध्यम से पैसे देने को कहा। जांच के दौरान, पटवारी धीरेन्द्र लाटा ने 13,000 रुपये में सौदा तय किया और प्रार्थी से 5,000 रुपये पहले ही ले लिए।रंगे हाथों गिरफ्तारी20 नवंबर 2024 को ट्रैप आयोजित कर पटवारी धीरेन्द्र लाटा और राजस्व निरीक्षक अश्वनी राठौर को रिश्वत की अगली किश्त 8,000 रुपये लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। एसीबी ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके घरों की तलाशी शुरू कर दी है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 और 12 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
रायपुर में ज्वाइंट डायरेक्टर मछली पालन घूस लेते गिरफ्तार।
राजधानी रायपुर में एसीबी ने इंद्रावती भवन में बड़ी कार्रवाई करते हुए मछली पालन विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर देव कुमार सिन्हा को एक लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया।देव कुमार सिन्हा ने जांजगीर के सब-इंजीनियर से विभागीय जांच को रोकने के बदले दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। पहली किश्त के रूप में एक लाख रुपये पहले ही दिए जा चुके थे। आज, दूसरी किश्त लेते हुए एसीबी की 15 सदस्यीय टीम ने सिन्हा को चौथी मंजिल पर स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया।
मंत्रालय में गिरफ्तारी के बाद मचा हड़कंप ।
गिरफ्तारी के बाद मंत्रालय में अफरातफरी मच गई। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही व्यापक मुहिम का हिस्सा है।
हाल की इन कार्रवाइयों ने भ्रष्ट अधिकारियों के लिए सख्त संदेश दिया है। एसीबी ने स्पष्ट किया है कि रिश्वतखोरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आम जनता से भी अपील की गई है कि यदि कोई अधिकारी रिश्वत मांगता है तो उसकी सूचना तुरंत दें।