शाजी थामस
एसईसीएल दीपिका सिविल विभाग की लापरवाही के चलते प्रगति नगर कॉलोनी में स्थापित आरओ वाटर प्लांट पिछले छह महीनों से बंद पड़ा है। यह प्लांट कॉलोनीवासियों और व्यावसायिक संस्थानों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बनाया गया था, लेकिन तकनीकी कारणों और सिविल विभाग की उदासीनता के कारण वर्तमान में बंद पड़ा हुआ है शुद्ध पेयजल की अनुपलब्धता के कारण कॉलोनीवासी परेशान हैं। पहले यह प्लांट राहगीरों और व्यापारियों के लिए भी पानी का एकमात्र शुद्ध स्रोत था, लेकिन इसके बंद हो जाने से लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
एसईसीएल प्रबंधन लोक कल्याण की बातें तो करता है, लेकिन अपने कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देता। सूत्रों का कहना है कि प्लांट के ऑपरेटिव कार्य का ठेका समाप्त हो गया है और नया टेंडर जारी नहीं हुआ है।
क्षेत्रीय पार्षद अरुणेश तिवारी ने बताया कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया है। हाल ही में इस संबंध में बातचीत के दौरान अधिकारियों ने कहा कि प्लांट तकनीकी कारणों से बंद है और इसे जल्द चालू कराने का आश्वासन दिया गया है।
कॉलोनीवासियों का आरोप है कि अधिकारियों की दिलचस्पी प्लांट चालू कराने में नहीं है, क्योंकि इससे उन्हें कोई आर्थिक लाभ नहीं होगा। इस आरोप ने प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।इस संबंध में जब हमने नगर प्रशासन सिविल विभाग के अधिकारी राजेश चावला से उनके विभागीय मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
प्रगति नगर के लोग अब एसईसीएल प्रबंधन से उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द आरओ प्लांट को चालू किया जाएगा ताकि उन्हें शुद्ध पेयजल मिल सके। अधिकारियों की ओर से किए गए आश्वासनों के बीच यह देखना बाकी है कि प्रबंधन कब इस गंभीर समस्या पर हरकत में आता है।जल संकट की इस समस्या का समाधान निकाले बिना क्षेत्रीय निवासियों की परेशानी खत्म नहीं हो सकती।