शाजी थॉमस
पथरीली मिट्टी (डंपिंग )के तेज बहाव में गेवरा खदान के केजेएसएल कंपनी के यार्ड समेत क्षेत्र में तबाही का मंजर देखने को मिला। जिसमे कई मशीनरी वाहन चपेट में आ गए। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना अब तक नही मिली है।
याद रहे कुसमुंडा खदान में ऐसे ही आए जलजले में बह कर अधिकारी जितेंद्र नागरकर की मौत हो गई थी।