दंतेवाड़ा:-बीजापुर से गीदम की ओर चलने वाली मनीष ट्रेवल्स की बस से लाखों की सागौन चिरान जप्त की गई।जानकारी मिली है कि यह चिरान भैरमगढ़ से लोड किया गया था। ईमारती लकड़ी के चिरान और दरवाजे को कपड़े से लपेटकर बस से परिवहन कराया जा रहा था। मुखबिर से मिली सूचना के बाद यह कार्यवाही की गई।बताना जरुरी है कि गीदम फारेस्ट की तत्परता से बस स्टैंड गीदम में यह बड़ी कार्यवाही की गई।
इस तस्करी में पुलिस के बडे़ आधिकारी की संलिप्त होने की संभावना।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में एक बड़े पुलिस अधिकारी के संलिप्त होने की जानकारी सूत्र दें रहें हैं.यह सिलसिला लंबे समय से किये जाने के समाचार मिल रहें हैं. बहरहाल, गीदम फारेस्ट द्वारा की गई यह कार्यवाही वन विभाग को साधुवाद का पात्र तो बना देती है. चूंकि इस मामले में बड़े पुलिस अधिकारी की मिलीभगत सामने आ रही है लिहाजा गीदम वन विभाग की यह कार्यवाही विभाग की खोई प्रतिष्ठा के लिए संजीवनी साबित होगी.वही बीजापुर वन विभाग पर सवाल उठना भी लाजिमी है।
थाना स्टाफ ने कराया था लोड / डिप्टी रेंजर ।
गीदम रेंजर दया दीन वर्मा और डिप्टी रेंजर के राजू ने बताया कि ड्राइवर से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि यह सामान भैरमगढ़ SDOP का है। थाने के स्टाफ ने ही बस में सामान लोड कराया था।।
बस को छोड़ कर लकड़ी को किया गया जप्त।
दंतेवाड़ा जिले में एक यात्री बस से वन विभाग की टीम ने बेशकीमती सागौन की जब्त की लकड़ी कुछ चिरान हैं तो कुछ दरवाजे, खिड़की समेत दूसरे फर्नीचर हैं। लकड़ी का यह सामान बीजापुर जिले के भैरमगढ़ से रात के समय चलने वाली मनीष ट्रेवल्स की यात्री बस में रखा गया था, जिसे धमतरी या रायपुर के किसी ठिकाने पर उतारने की तैयारी थी।मुखबिर से मिली सूचना पर फॉरेस्ट टीम ने गीदम बस स्टैंड में सारा सामान जब्त कर लिया है। हालांकि, यात्रियों को परेशानी न हो, इसलिए रात में ही बस को जाने दिया गया।