शाजी थॉमस
कोरबा, 31 जुलाई। एसईसीएल कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह ने अपने ही आदेश को वापस ले लिया है, जिसमें कार्य के दौरान मोबाइल पर गेम नहीं खेलने का हवाला देते हुए जितेन्द्र नागरकर को ही अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। जबकि सार्वजनिक हुई विडियो में साफ दिखाई पड़ रहा था कि तेज पानी मिट्टी की बहाव में बह गए थे। मगर आदेश में कहा गया कि मोबाईल पर गेम खेलने की वजह से उनकी मौत हुई। साथ ही चेतावानी भी अन्य करचारियों को दी गई की मोबाइल पर गेम खेलते हुए पाए जाने पर कार्यवाही भी की जायेगी।
महाप्रबंधक ने 31 जुलाई, 2024 को एक दूसरा आदेश निकाला, जिसमें यह लिखा गया :जांच के दौरान फ्रंट लाइन सुपरवाइजर के बयान के आधार पर इस कार्यालय से जारी कार्यालय आदेश संख्या SECL/GM/KA/24-25/84 दिनांक 29.07.2024 को वापस लिया जाता है तथा इसे अमान्य माना जाएगा।इसके पहले 29 जुलाई को एक आदेश में महाप्रबंधक ने सहायक प्रबंधक (खनन) जितेन्द्र नागरकर को ही अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। 27 जुलाई को खदान में तेज बारिश के बीच ओव्हर बर्डन में पानी के ओवर फ्लो होने के कारण लैंडस्लाइड की घटना हुई थी। इसमें जितेन्द्र नागरकर बह गए थे और उनकी मौत हो गई थी।
गौरतलब है कि एसईसीएल कुसमुंडा मुख्य महाप्रबंधक द्वारा किए गए आदेश के बाद स्वाभाविक रूप से मृतक के परिजनों आहत हुए होंगे। नगर समय के साथ अपने ही आदेश को अमान्य घोषित किए जाने के बाद परिजनों को कुछ राहत मिली होगी बाहरहाल खदान में हुए इस हादसे कि जांच एजेंसियों के माध्यम से की जा रही है।