शाजी थॉमस
खैरागढ़/सूरजपुर । ACB ने सूरजपुर मेंरिश्वतखोर पटवारी पर कार्रवाई करने के साथ हीखैरागढ़ जिले में PHE विभाग के SDO को डेढ़लाख रूपये रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। ACBद्वारा एक ही दिन में भ्रष्टाचार के खिलाफ दो-दोकार्रवाई करने के बाद प्रदेश के सरकारी अमले मेंहड़कंप मच गया है।
रिश्वत मांगने से परेशान ठेकेदार ने की ACB से शिकायत
जानकारी मिली है कि एसीबी की टीम ने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत के साथ एसडीओ राजेश मडावे को रंगे हाथ पकड़ लिया। ठेकेदार प्रवीण कुमार तिवारी की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है। प्रार्थी ने बताया कि एसडीओ राजेश मडावे कई महीनों से टेंडर के बिल को पास करने के एवज में पैसे की मांग कर रहा था। अंततः परेशान होकर उसने एसीबी में शिकायत कर दी। जिसके बाद आज एसीबी ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के छुईखदान कार्यालय पहुंच योजनाबद्ध ढंग से छापामार कार्रवाई करते हुए एसडीओ को गिरफ्तार कर लिया।
ACB की टीम ने ठेकेदार प्रवीण कुमार तिवारी सेरिश्वत के डेढ़ लाख रुपये लेते हुए एसडीओ राजेश मडावे को पकड़ लिया। इसके बाद नोटऔर हाथ से रंग निकालने की कार्रवाई करते हुएएसडीओ राजेश मडावे को ACB ने गिरफ्तारकर लिया। इसके बाद मडावे से पूछताछ कीकार्रवाई की जा रही है।
पटवारी से पीड़ित ने की थी यह शिकायत
ACB की टीम के मुताबिक गोविदपुर, तहसील रामानुजनगर, जिला सूरजपुर के सुनील कुमार सिंह ने एन्टी करप्शन ब्यूरो, अंबिकापुर में शिकायत की थी, कि उसकी पैतृक भूमि है जिसका खसरा नंबर 1912. 2350, 2392 2445, 2465, 2469 कुल रकबा 0.810 हे० है। उक्त भूमि उसके पिता दशरथ व माता देवचरनी के नाम से दर्ज है। दोनों का देहांत हो चुका है। इसके चलते जब प्रार्थी हल्का पटवारी नंबर-02 रामगोपाल साहू के पास पैतृक भूमि में फौती चढ़ा कर उसका नाम राजस्व रिकार्ड में दुरूस्त कराने के लिए गया तब उसके द्वारा रिकार्ड में दुरुस्त करने के एवज में 5 से 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की गई।
‘पैसे के बिना नहीं होगा काम’
सुनील सिंह को पटवारी ने कहा था कि पैसा तो देना ही पड़ेगा, पैसे दोगे तभी तुम्हारा पैतृक भूमि का रिकार्ड दुरूस्त होगा। परेशान सुनील सिंह ने इस तरह रिश्वत के रूप में पैसे देने की बजाय उसे रिश्वत देते हुए रंगे हाथ पकड़वाने का मन बना लिया। इसके लिए उसने अंबिकापुर ACB से संपर्क कर शिकायत की। जिसके बाद प्रार्थी की शिकायत का सत्यापन कराया गया जिसमें प्रार्थी सुनील कुमार सिंह के द्वारा पटवारी रामगोपाल साहू से मिलकर अपने कार्य के संबंध में बातचीत करने के पश्चात रिश्वत की रकम के संबंध में बातचीत किया गया। जिसपर पटवारी रामगोपाल साहू के द्वारा कहा गया कि कार्य करने के लिये 5000/ रुपये देना ही पड़ेगा।
‘नई टीम ने पहली बार की कार्रवाई’
बता दें कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व में चली कांग्रेस की सरकार के दौरान ACB औरEOW की करवाई लगभग बंद हो गई थी।आलम यह था कि लगभग दो साल के दौरान राज्य सरकार की इस एजेंसी में केवल एक ही प्रकरण दर्ज किया गया था। प्रदेश में भाजपा की सरकार के आने के बाद ACB और EOW की टीम में पूरा बदलाव किया गया और IPS अमरेश मिश्रा को इसकी कमान सौंपी गई। वर्तमान मेंEOW की टीम जहां एक ओर विभिन्न घोटालों में मामला दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है, वहीं ACB की टीम द्वारा पहली बार भ्रष्टाचार के खिलाफ सूरजपुर और खैरागढ़ में कार्रवाई की गई है, जिसमें एक पटवारी और SDO को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है।
रंगे हाथ किया गिरफ्तार
शिकायत का सत्यापन होने के बाद ACB की एक टीम को सूरजपुर जिले के संबंधित गांव में भेजा गया। यहां पटवारी रामगोपाल साहू को भारतीय स्टेट बैंक, सूरजपुर के प्रांगण में सुनील कुमार सिंह से 3000/ रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी के विरूद्ध धारा- 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, (यथा संशोधन 2018) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रारंभिक कार्रवाई के बाद ACB की टीम पटवारी को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर चली गई।