शाजी थॉमस
नई दिल्ली/ प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को राउज एवन्यू कोर्ट में 28 पन्नों की स्टेटमेंट के साथ पेश किया , जहां सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल को 10 दिन की रिमांड पर रखने का डिमांड किया । जिस पर कोर्ट ने मंजूरी दे दी है अब 28 मार्च को दुबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास पूरे सबूत हैं जिसमें अरविंद केजरीवाल शराब नीति घोटाले मामले में आरोपी बनाया जा सकता है।
100 करोड़ से अधिक का नकदी रिश्वत का हुआ लेन देन।
हम आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली द्वारा पहले ही दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गिरफ्तार किया गया है और जेल में है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर ईडी ने आरोप लगाया गया कि उनके द्वारा 100 करोड़ से अधिक का लेवी शराब नीति मामले में घोटाला किया गया है जो साउथ कार्टन के मालिक के कविता के द्वारा दीया गाया है और इस पूरे मामले में विजय नायर की बिचौलिए के तौर पर अहम भूमिका है। जो की ब सरकारी गवाह बन चुके हैं। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक गोवा चुनाव में इन पैसों का इस्तमाल हुआ है। गोवा के आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने भी इस बात का स्वीकार किया है कि आम आदमी पार्टी के द्वारा गोवा में नगद के रूप में राशि प्रत्याशियों के पास उपलब्ध कराया गया था।
केजरीवाल के वकील अभीषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में दलील दी पीएमएलए कानून तहत होनी चाहिए रिमांड ।
अरविंद केजरीवाल के वकील सिंह जी ने कहा कि ईडी द्वारा पेश की गई सभी दलीलें हवा हवाई है किसी भी प्रकार के लेनदेन के सबूत ईडी ने पेश नहीं किया है । पहली बार सीटिंग मुख्य्मंत्री को गिरफतार किया गया है।उन्होने कहा चुनाव से पहले गिरफ्तारी का मतलब राजनीतिक साजिश है। केजरीवाल की ओर से तीन वकीलों ने दलील पेश की।