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कोरबा : कोरबा-पश्चिम क्षेत्र के एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना से प्रभावित भू-विस्थापितों के लिए रोजगार, पुनर्वास, मुआवजा व सुविधाओं की मांग को लेकर प्रदर्शन के बाद भू-विस्थापित नेताओं और अन्य के विरुद्ध प्रबंधन की ओर से अपराध दर्ज कराया गया है।

संजय कुमार दुबे क्षेत्रीय सुरक्षा प्रभारी एसईसीएल कुसमुण्डा क्षेत्र के द्वारा कुसमुंडा थाना में दिए गए आवेदन में बताया गया है कि 15 जनवरी को कुसमुण्डा खदान बंद एवं कार्यालय परिसर बाधित किये जाने का संज्ञेय अपराध इन्होंने किया है। प्रशांत झा, जिला सचिव छत्तीसगढ़ किसान सभा, रेशम यादव अध्यक्ष तथा दामोदर श्याम सचिव, भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ कुसमुण्डा द्वारा महा प्रबंधक कुसमुण्डा क्षेत्र को पत्र प्रेषित कर भू-विस्थापितों को एसईसीएल में रोजगार नहीं देने तथा लंबित रोजगार प्रकरणों का उल्लेख करते हुये चरणबद्ध आन्दोलन करने की सूचना देते हुये 15 जनवरी को कुसमुंडा खदान महाबंद किये जाने का आह्ववान किया गया। तदुनसार भू-विस्थापितों द्वारा दिये गये सूचना पर अमल करते हुये 28 दिसंबर को जिला प्रशासन, एसईसीएल प्रबंधन एवं भू-विस्थापितों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई। उसके बाद पुन: 13 जनवरी को जिला प्रशासन, एसईसीएल प्रबंधन एवं भू-विस्थापितों के साथ बैठक आयोजित कर वस्तु-स्थिति से अवगत कराया गया। परंतु भू-विस्थापितों की हठधर्मिता एवं अड़ियल रवैया के कारण समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया और वे बैठक बीच में ही छोड़कर यह धमकी देते हुये चले गये कि 15 जनवरी को खदान महाबंद करके ही रहेंगे।

तदुपरांत उपरोक्त भू-विस्थापितों द्वारा 100-150 पुरूष, महिलाओं व बच्चों के साथ खदान परिसर सतर्कता चौक पर धरना पर बैठ गये जिससे कोयला परिवहन कार्य बाधित हुआ। उक्त स्थिति को देखते हुये उनसे चर्चा हेतु महाप्रबंधक कार्यालय सभाकक्ष बुलाया गया तथा सभाकक्ष में बैठक के दौरान उक्त भू-विस्थापितों द्वारा यह कहते हुये चर्चा नहीं की गयी कि एसईसीएल मुख्यालय से निर्णय लेने में सक्षम अधिकारी जब तक यहां पर उपस्थित नहीं होते तब तक आप लोगों से कोई चर्चा नहीं किया जायेगा तथा सभाकक्ष के गैलरी में स्वंय एवं महिलाओं के साथ बैठ गये। जबकि 28 दिसंबर को अनुविभागीय अधिकारी एवं एसईसीएल बिलासपुर के सक्षम अधिकारी के बीच वार्ता आयोजित किया गया था किंतु इनके अडियल रवैया एवं हठधर्मिता के कारण समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। इन भू-विस्थापितों द्वारा कार्यालय के गैलरी में धरने पर बैठने से कार्यालय में कार्यरत महिलाओं एवं अन्य कर्मचारियों को आने-जाने में काफी दिक्कत हुई तथा महिला, पुरूष, कर्मचारियों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया। उपरोक्त भू-विस्थापितों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करते हुये उचित कानूनी कार्यवाही करने का आग्रह पर कुसमुंडा थाना में इनके व अन्य के विरुद्ध धारा 34, 341, 186 भादवी के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।

कुसमुंडा थाना प्रभारी मनीष नागर ने बताया कि संजय कुमार दुबे क्षेत्रीय सुरक्षा प्रभारी एसईसीएल कुसमुण्डा क्षेत्र के द्वारा थाना में FIR दर्ज किया गया है। आगे की जांच में पुलिस जुट गई है।

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