Breaking

कोरबा : जिले में वन्य जीवों के साथ सरीसृप की मौजूदगी यहां के अच्छे जैव विविधता को दर्शाता हैं, जंगल के संरक्षण के साथ इन जीवों का संरक्षण हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ज़रूरी हैं, जिले में दुर्लभ सांपो का मिलना जिले को अलग पहचान देता हैं, यहां ग्रामीण ओर शहरी क्षेत्रों सांपो की भरमार हैं, जो कभी कभी लोगों के साथ बच्चों के लिए मुसीबत भी बन जाते हैं पर सही समय में लोगों की जान के साथ साप का भी जान बचा लिया जाता हैं, पहले के अपेक्षा अब लोगों में सांपो के संरक्षण के प्रति सोच में वृद्धि आई हैं।

पहले अक्सर साप को देखते ही मार देते थे पर अब साप दिखते ही रेस्क्यू टीम को जानकारी देते हैं जिससे सही समय पर दोनों को खतरे से दूर कर दिया जाता हैं, ऐसा ही कुछ नकटीखार के मिडिल स्कूल में देखने को मिला जहां कोबरा साप निकलने से हड़कंप मच गया, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए साथ ही साप को भी सुरक्षित हो उसके लिए तत्काल रेस्क्यू टीम को इसकी जानकारी दी गई, साप निकलने का मामला यहां पहला नहीं था इससे पहले भी स्कूल में अहिराज निकल चुका था, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी स्कूल के लिए तत्काल रवाहा हो गए, स्कूल पहुंचने तक कोबरा सांप ईट के ढेर में घूस कर छुप गया, जिसके बात इस्थानीय लोगों की मदद से ईट के ढेर को बड़ी सावधानी से हटाया गया और आखिरकार कोबरा सांप एक किराने बैठे दिखाई दिया जिसको फौरन जितेंद्र सारथी ने रेस्क्यू कर मैदान में लाया और डिब्बे में बंद किया तब जाकर बच्चों के साथ स्कूल के शिक्षको ने राहत भरी सास लिया और रेस्क्यू टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया फिर कोबरा साप को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया ।

जितेंद्र सारथी ने बच्चों को बताया हमारे आस पास सांपो का होना अति आवश्यक हैं, साप हमारे खाद्य श्रृंखला को नियंत्रित करते हैं साथ ही चूहों के वृद्धि दर को नियंत्रित करते हैं जिससे होने वाली बीमारी और नुकसान नहीं होने देता, आस पास कोई भी साप दिखे उसको मारे नहीं बल्की बचाने का प्रयाश करें और जब भी सर्प दंश हो बिना देरी किए हस्पताल जाए साथ ही रेस्क्यू टीम को जानकारी दे सकते हैं ताकि हमारी टीम सर्प दंश व्यक्ति की मदद कर सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!