कोरबा: दिलीप बिल्डकॉन के एचआर विभाग में कार्यरत युवक की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। रायपुर से कोरबा पहुंचे मृतक के छोटे भाई ने घटनास्थल को देखने के बाद बड़े भाई की हत्या की आशंका जताई है। उसका कहना है कि दीपक बेहद ही मिलनसार था। उसका किसी से विवाद नहीं था। ऐसे में सुसाइड करने का सवाल ही नही उठता। उसने मामले में जांच की मांग की है।
दरअसल मूलत: मध्य प्रदेश के रीवां निवासी दीपक मिश्रा सड़क निर्माण करने वाली ठेका कंपनी दिलीप बिल्डकॉन के एचआर विभाग में कार्यरत था। वह अन्य कर्मचारियों के साथ करतला के नोनबिर्रा के समीप कैंप में रहकर भारत माला योजना के तहत उरगा हाटी के बीच चल रहे सड़क निर्माण का कार्य संभालता था। शनिवार को दीपक की लाश कैंप में फांसी के फंदे पर लटके मिली। जिसकी सूचना मिलने पर रायपुर के कैथा में रहने वाला छोटा भाई विकास मिश्रा कोरबा पहुंचा। उसने घटना के संबंध में पुलिस से जानकारी ली । इसके अलावा घटनास्थल को भी देखा।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे मृतक के छोटे भाई विकास मिश्रा का कहना है कि बड़ा भाई दीपक बेहद ही मिलनसार था। वह पत्नी और दो बच्चों के अलावा परिवार की देखरेख भी करता था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। कुछ ही समय पहले उसने परिवार के सभी सदस्यों से हंसकर बातें की थी। घर में भी सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है। ऐसी कोई वजह नहीं है, जिससे दीपक आत्मघाती कदम उठाए। उसने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या हुई है। इसमें कोई विशेष रूप से इंवाल्व है । उन्होंने मामले में जांच की मांग की है।
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