कोयलांचल/भिलाई बाजार / कटघोरा विधान सभा से कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी से प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद से लोगों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं में बदलाव की मांग देखने को मिल रही है इसी कड़ी में कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा जहा कटघोरा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अजय जायसवाल जी कांग्रेस पार्टी को फिर इस बार पार्टी द्वारा नजर अंदाज कर दिया गया आखिरी समय तक कयास लगाया जा रहा था कि इस बार कांग्रेस पार्टी से पिछड़ा वर्ग से प्रत्याशी के तौर पर साथ ही महिला प्रत्याशी के रुप मे जिला पंचायत कोरबा की उपाध्यक्ष रीना अजय जायसवाल को टिकट देकर मैदान में उतारा जा सकता है परंतु आखिरी समय में शीर्ष नेताओं का मन नहीं बदला और पुनः पुरषोत्तम कंवर को प्रत्याशी बनाया गया है जिससे पिछड़ा वर्ग सहित युवाओं, भू विस्थापितों, सामाजिक कार्यकर्ता में काफी नाराजगी दिख रही है जिसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ सकता है ।
पिछले 45 वर्षों से एक ही परिवार के लोगों का चल रहा राज
कांग्रेस पार्टी पिछले 45 वर्षो से अन्य कार्यकर्ताओं को दरकिनार करके केवल एक ही परिवार विशेष पर अपना ध्यान केन्द्रित किए हुए है जिससे पार्टी कार्यकर्ता नाराज हैं। इसी मद्देनजर पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष कोरबा अजय जायसवाल जी ने आज अपने गेवरा बस्ती कार्यालय में बैठक आहूत की गई जिसमें उनके समर्थक हजारों की संख्या में उपस्थित थे , सभी समर्थकों का कहना है की विधानसभा की चुनाव उनके युवा नेता सुख दुःख के साथी जमीन स्तर की लड़ाई लड़ने वाले, हर वर्ग का ख्याल रखने वाले अजय जायसवाल को विधानसभा चुनाव लड़ाकर जीत दिलाएंगे, जिसमें पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अजय जायसवाल ने विधान सभा चुनाव लड़ने को हरी झंडी दिखा दिए। श्री जायसवाल का कहना है वक्त है बदलाव का कटघोरा की जनता बदलाव चाह रही है हम सब मिलकर बदलाव लाएंगे । क्षेत्र के कार्यकर्ताओ ने कहा की 45 वर्षों से क्षेत्र का विकास नही हुआ कटघोरा विधान सभा में चिकित्सा, सड़क, शिक्षा स्कूल, रोजगार के नाम पर एव खदान प्रभावित गांवों का विकास नहीं हुआ, इसलिए अधिकाश कार्यकृतों ने कहा कि पार्टी हाई कमान का निर्णय गलत है उसे बदलना है श्री जायसवाल ने भी पार्टी हाई कमान के निर्णय को बदलने की बात कही और जनता के सेवा में मैं सदैव तत्पर रहता और आगे भी रहूंगा।
हम आपको बता देंगे लगातार पिछले 45 वर्षों से कांग्रेस के द्वारा एक ही परिवार के सदस्यों को टिकट देने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी देखी जा रही है वहीं कार्यकर्ताओं के द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि पूरे जिले में चार विधानसभा क्षेत्र में से दो सामान्य है बावजूद इसके सामान्य सीट से जाति विशेष को प्रत्याशी बनाए जाना ठीक नहीं है।