शाजी थॉमस
नई दिल्ली/कोयलांचल/उत्सवों का सीजन करीब है और कोयला कर्मियों की चिंता बढ़ गई है अब तक बोनस को लेकर किसी भी प्रकार का चर्चा नहीं हुई है आगामी 9 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली बैठक का ऐलान कोयला कर्मियों के लिए एक बड़ी खबर हो सकता है। कोल कर्मियों के बीच बोनस की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है, जिसकी वजह से वे अपने आने वाले बोनस के लिए उत्सुक हैं। इस साल, दुर्गा पूजा के अवसर पर कोल कर्मियों को 80,000 से 85,000 रुपये के बोनस की उम्मीद है।इसे पिछले 10-11 वर्षों के बोनस के ट्रेंड के साथ देखा जा सकता है, जो साल दर साल बढ़ रहे हैं। गत वर्ष, यानि 2022 में, कोलकर्मियों को 76,500 रुपये का बोनस मिला था, और अबतक के ट्रेंड के मुताबिक, इस बार उन्हें न्यूनतम 79,300 रुपये और अधिकतम 85,000 रुपये तक का बोनस मिलने की उम्मीद है।हालांकि कोलकर्मियों के यूनियन नेताओं द्वारा एक लाख रुपया तक का बोनस मांगा जा रहा है, और अधिक से अधिक बोनस की मांग किया जा रहा है। बोनस की राशि को निर्धारित करने के लिए कोल इंडिया प्रबंधन जल्द स्टैंटराइजेशन कमेटी की बैठक की घोषणा 9 अक्टूबर है,यह खबर कोलकर्मियों के बीच एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, क्योंकि बोनस उनके वित्तीय स्थिति पर सीधा असर डालता है। वेतन के साथ एरियर की राशि के बाद, यह बोनस के रूप में आने वाले पैसों का महत्वपूर्ण स्रोत बन सकता है, जिससे कोलकर्मियों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकती है।कोलकर्मियों की अधिकतर उम्मीदें इस बार का बोनस अधिक होगा, जो उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा। इस बढ़ती मांग के संदर्भ में, कोलकर्मियों और उनके प्रतिनिधित्वकर्ताओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोमेंट हो सकता है, जो उनकी सामाजिक और आर्थिक हालात को सुधार सकता हैl
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