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गेवरा//कोरबा:-एसईसीएल गेवरा परियोजना के नाराइबोध फेस में ड्यूटी जाने के लिए बनायी गयी रास्ते को काट देने और दीपका जाकर हाजिरी लगाने का दबाव बनाने के कारण वहां पर ड्यूटी करने वाले ठेका कामगारों द्वारा आपस मे एकत्र होकर बातचीत करने के दौरान एस एम एस कंपनी के सुपर वाइजर द्वारा गुस्से से अपनी गाड़ी से कुचलने का प्रयास किया गया ।जिससे के जे सी एल कंपनी में वेल्डर का काम करने वाले युवक यशवंत कंवर पिता महेंद्र कंवर बाल बाल बचा किन्तु चक्के के नीचे आ जाने से उसको चोट आयी है । जिसकी शिकायत कुसमुंडा थाने में किया गया है । आज सुबह ग्राम नराईबोध फेस पर नाराज भू विस्थापित ग्रामीण और बेरोजगारों ने मिट्टी कार्यों में लगे वाहनों को रोक कर प्रदर्शन किया और SMS कंपनी के सीनियर सुपरवाइजर पर कार्यवाही की मांग और ग्रामीणों के शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने के लिए बेरोजगारों के खिलाफ पुलिस में झूठी सूचना दी गयी । इस बात की जानकारी के बाद भू विस्थापित बेरोजगारों को हुई तब आक्रोश और भड़क उठा और SMAS और एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे ।प्रदर्शनकारी संतोष दास महंत रुद्र दास महंत कोमल दास मन्नू चौहान प्रीतम दास जयपाल दास, काम जी पटेल, राजेन्द्र राठौर, नवीन यादव, नवीन दास, मोहन कौशिक, ने बताया कि एसईसीएल अंतर्गत केसीसी व SMAS कंपनी पिछले 20 से 22 दिनों से स्थानीय बेरोजगारों की रोजगार की मांग करते आ रहे हैं, मांगों को लेकर कई मर्तबा चर्चा किया गया किन्तु इस पर कंपनियों द्वारा कोई ठोस पहल नहीं किया गया इस कारण से मजबूरन वश आंदोलन करना पड़ रहा है ।उन्होंने आगे कहा कि अपने अधिकार के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन किया जाता है तो कई बार ऐसा घटना कर ग्रामीणों के आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया है SMAS कंपनी के सीनियर सुपरवाइजर ने कल अपनी गाड़ी से कुचलने के प्रयास किया और ग्रामीणों के साथ दादागिरी कर अभद्र व्यवहार करते हुए ग्रामीणों को उकसाया गया पर ग्रामीण संयम रखें । एसईसीएल अधिकारी से SMAS कंपनी के सीनियर सुपरवाइजर को बाहर करने की मांग की साथी ही नराईबोध से प्रतिदिन खदान मुहाने पर बने रास्ते से ड्यूटी के लिए पंचिंग करने नराईबोध फेस पर जाते हैं इसको भी एच एम ए एस कंपनी के सीनियर सुपरवाइजर के द्वारा रात में मशीन के द्वारा कटवा दिया गया है जिससे रोजगार कर रहे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है प्रबंधन से मांग करते हुए इसको जल्द सुधार करने को कहा गया है ।इस बात की जब जानकारी एसईसीएल अधिकारियों को हुई तो परियोजना अधिकारी सत्यपाल भाटी व अन्य अधिकारी आंदोलन स्थल पहुंच कर बातों को शांतिपूर्ण सुने और निराकरण के लिए आश्वस्त किया ।