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कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमओएआइ एपेक्स) के अध्यक्ष डीएन सिंह ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि इ-3 ग्रेड के अधिकारियों का वेतन ए- 1 ग्रेड के कर्मियों से अधिक होने की झूठी दलील लेकर कोल इंडिया द्वारा फिर से अपील करना एसोसिएशन को स्वीकार्य नहीं है. एसोसिएशन ने कई पत्रों के माध्यम से कोल इंडिया की इस झूठी दलील का विरोध किया है. सीएमओएआइ की राय है कि एनसीडब्ल्यूए – 11 भारत सरकार के कैबिनेट अनुमोदित दिशा-निर्देशों के अनुमोदित मापदंडों के अनुरूप नहीं है.कोल इंडिया व एससीसीएल के अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच स्पष्ट वेतन विवाद है.

अदालती मामलों से सीएमओएआइ का संबंध नहीं :

श्री सिंह ने कहा कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी अदालती मामले से सीएमओएआइ का कोई संबंध नहीं है. कुछ लोगों ने अपनी व्यक्तिगत क्षमता से डब्ल्यूपी दायर की है. इसके लिए एसोसिएशन जिम्मेदार नहीं है. एसोसिएशन हमेशा एनसीडब्ल्यूए-11 के नतीजों का स्वागत करता है. कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी पर कभी कोई आपत्ति नहीं करता है. हालांकि, एसोसिएशन 2011 से मांग कर रहा है कि वेतन विसंगति को दूर करने के लिए कदम उठाये जाये.

हम आपको बता दे की पीड़ित अधिकारियो ने अपनी वेतन बढ़ोतरी की मांग की है सीएमओएआइ का करचारियो के वेतन को लेकर कोई आपत्ती नही है

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