![](https://koyalanchal.in/wp-content/uploads/2023/09/IMG-20230902-WA0050-1024x897.jpg)
हेमंत सोनी/दीपका
गुरुघासी दास विश्वविद्यालय के दसवें दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को हिस्सा लेने तथा विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान करने पहुंचे राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू ने विश्वविद्यालय अलग-अलग विषयों सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं उपाधि पत्र देकर सम्मानित करते हुए विद्यार्थियों को सफलता का मूल मंत्र बताते हुए भारत के चंद्रयान मिशन का उदाहरण दिया और कहा कि जैसे हमारा देश चंद्रयान मिशन कोसफलता पूर्वक अंजाम देकर अपने कक्षा तक पहुंचा दिया है उसी प्रकार हमें भी अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देकर कड़ी मेहनत करनी चाहिए तब हमारी सफलता को कोई नहीं रोक सकता
इसी तारतम्य में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सिर्फ 22 लोगों को अपने हाथों से स्वर्ण पदक एवं उपाधि देकर सम्मानित किया जिसमें गेवरा की होनहार छात्रा यामिनी सिंह राजपूत को चौथे क्रम में बुलाकर अर्थशास्त्र विषय में पूरे विश्वविद्यालय मे सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक एवं स्वर्गीय श्रीमती सुलोचना देवी लखन लाल त्रिवेदी स्मृति स्वर्ण पदक के साथ दो स्वर्ण पदक एवं दो उपाधि पत्र देकर सम्मानित किया ,बता दें यामिनी सिंह राजपूत एसईसीएल दीपका ई एंड एम क्वारी दीपका में ट्रांसपोर्ट सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत संतोष सिंह राजपूत की पुत्री हैं
राष्ट्रपति के हाथों दो दो स्वर्ण पदक मिलना मेरे लिए अविस्मरणीय पल है:-यामिनी
गुरु घासी दास विश्वविद्यालय की छात्रा यामिनी सिंह बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों 73 लोगों को स्वर्ण पदक एवं उपाधि मिलना था लेकिन उसमें भी समयाभाव के चलते केवल 22 लोगों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वर्ण पदक एवं उपाधि पत्र देकर सम्मानित किया जिसमें मुझे चौथे क्रम में बुला कर दो स्वर्ण पदक एवं दो उपाधि पत्र माननीय राष्ट्रपति महोदय के हाथों मुझे प्रधान किया गया यह पल मेरे लिए और मेरे जीवन के लिए अविस्मरणीय पल है राष्ट्रपति महोदय ने हम सभी छात्रों से मिलते हुए बधाई दी और कैसे हैं हाल-चाल भी पूछा ।यह पल मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है मैं आज अपने सभी युवा साथियों से यही कहना चाहूंगी की मेहनत और लगन से पढ़ाई करते रहें सफलता जरूर मिलेगी ,असफलता से निराश नहीं होना चाहिए हमें इससे सीख लेते हुए सफल होने का प्रयास करना चाहिए।