कोरबा, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) की दीपका परियोजना में आज दोपहर एक बार फिर प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा मजदूर को भुगतना पड़ा।खदान क्षेत्र में ब्लास्टिंग के लिए आए आईओसीएल की वाहन के टायर विस्फोट में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसे के बाद एसईसीएल दीपका की सुरक्षा व्यवस्था और जिम्मेदारी पर सवालों का तूफान खड़ा हो गया है।
आई ओ सी एल वाहन के टायर फटने से हादसा उड़ते पत्थरों ने ली जानलेवा शक्ल
जानकारी के अनुसार, हादसा दोपहर के समय दीपका परियोजना के खदान क्षेत्र में ब्लास्टिंग कार्य के दौरान हुआ।विस्फोट के तुरंत बाद वहां खड़े मजदूर कृष्ण कुमार (निवासी कुसमुंडा) तेज धमाके और उड़ते पत्थरों की चपेट में आ गए।सहकर्मियों ने तुरंत सुरक्षा कर्मियों को सूचना दी और घायल मजदूर को परियोजना की एंबुलेंस से नेहरू शताब्दी अस्पताल, गेवरा दीपका पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
मजदूरों का आरोप — “सुरक्षा के नाम पर केवल दिखावा”
घटना के बाद मौके पर मौजूद मजदूरों ने एसईसीएल दीपका प्रबंधन पर खुलकर सवाल उठाए।उनका कहना है की सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है ।
“हर बार हादसे के बाद जांच और रिपोर्ट की बात होती है,लेकिन ज़मीन पर कुछ नहीं बदलता,” — एक कर्मचारी ने नाराज़गी जताते हुए कहा।स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ब्लास्टिंग से पहले निर्धारित सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया,जो इस हादसे की प्रमुख वजह बनी।
घायल की हालत गंभीर, डॉक्टर्स कर रहे निगरानी
नेहरू शताब्दी अस्पताल, गेवरा दीपका में भर्ती कृष्ण कुमार को सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं।डॉक्टर्स की टीम उसकी लगातार निगरानी कर रही है।अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, मरीज की हालत अभी भी चिंताजनक है जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रिफर किया गया है। समाचार लिखे जाने तक घायल मजदूर की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
इस घटना के सामने आने के बाद एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी ने बयान जारी कर बताया कि आई ओ सी एल की वाहन के टायर फटने से यह घटना हुई है।