कोरबा/दीपका, 20 सितम्बर 2025।दीपका क्षेत्र में निजी कंपनी के मजदूरों का गुस्सा अब खुले तौर पर सामने आने लगा है। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने पिछले दो महीनों से वेतन का भुगतान रोक रखा है, जिससे सैकड़ों परिवार आर्थिक संकट और भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
शनिवार को मजदूरों ने कोयला मजदूर पंचायत (HMS) के केंद्रीय उपाध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह तंवर को बुलाकर अपनी समस्या रखी। इसके बाद तंवर ने प्रबंधन से मुलाकात कर इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा की।
मजदूरों ने स्पष्ट कहा कि प्रबंधन ठेकेदार को बचाने के लिए जानबूझकर चुप्पी साधे बैठा है, जबकि मजदूरों के घर में चूल्हा ठंडा हो चुका है। बैठक में आश्वासन दिया कि दो दिन के भीतर मजदूरों का पूरा वेतन दिलाया जाएगा, लेकिन मजदूरों का कहना है कि वे अब सिर्फ आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं। “हर बार वेतन भुगतान में देरी होती है और प्रबंधन ठेकेदार पर ठोस कार्रवाई करने की बजाय सिर्फ भरोसे का जाल बुनता है। आखिर मजदूर कब तक भूखे रहकर इंतजार करेंगे?”
इस दौरान संगठन ने प्रबंधन के सामने अन्य कई विसंगतियों और गड़बड़ियों को लेकर भी लिखित पत्र सौंपा और चेतावनी दी कि अगर तय समय में भुगतान नहीं हुआ तो मजदूर सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।दीपका क्षेत्र में अब यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि –क्या प्रबंधन मजदूरों की मेहनत की कमाई समय पर दिलाने में ईमानदार है या फिर ठेकेदारों की ढाल बनकर मजदूरों को पीड़ित करता रहेगा?