हरदीबाजार, कोरबा। एसईसीएल दीपका प्रोजेक्ट की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। हरदीबाजार ग्राम में भगवान शिव मंदिर का छत जोरदार ब्लास्टिंग के चलते भरभरा कर गिर पड़ा। गनीमत रही कि हादसे के वक्त मंदिर में कोई पूजा-अर्चना नहीं चल रही थी, वरना बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
ग्रामवासियों ने बताया कि खदान महज 300 मीटर की दूरी पर है और आए दिन हैवी ब्लास्टिंग से उनके मकानों की दीवारें और छतें दरक रही हैं। ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन, तहसीलदार और एसईसीएल प्रबंधन को शिकायत की, लेकिन अभी तक किसी भी स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाए गए।
सनातन संघर्ष समिति के जिला संयोजक अजय कुमार दुबे ने तीखा बयान देते हुए कहा – “एसईसीएल प्रबंधन आखिर किस बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है? जब तक हैवी ब्लास्टिंग बंद कराकर मंदिर का तत्काल जीर्णोद्धार नहीं कराया जाता, तब तक ग्रामवासी चुप नहीं बैठेंगे। यदि मांगों की अनदेखी हुई, तो हम सब उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन की होगी।
”ग्रामवासियों का कहना है कि अब उनकी सहनशक्ति जवाब दे रही है और यदि हालात नहीं सुधरे तो आंदोलन की आग पूरे क्षेत्र में फैल सकती है।