कोरबा/कोरबा जिले के कुचेना गांव में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे और पेड़-पौधों की कटाई के खिलाफ ग्रामीणों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। गांव वासियों ने शिकायत की कि कुछ लोग गैर-कानूनी तरीके से सरकारी जमीन पर पेड़ काटकर मकान बना रहे हैं और जमीन की खरीद-फरोख्त का गोरखधंधा चलाकर मोटी कमाई कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना, एक गैर-राजनीतिक संगठन, ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन छेड़ दिया।
प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने उपखंड मजिस्ट्रेट (एसडीएम) को शिकायत सौंपी, जिसका संज्ञान लेते हुए तहसीलदार ने तत्काल कार्रवाई की। तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण कार्य को रुकवाया और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश संगठन मंत्री उमागोपाल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रशासन को इस गोरखधंधे को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाना होगा।” संगठन के जिला सचिव विनोद सारथी भी मौके पर मौजूद रहे और ग्रामीणों का हौसला बढ़ाया।
यह कार्रवाई कुचेना गांव में अवैध कब्जे के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने स्थानीय प्रशासन को इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई के लिए प्रेरित किया है। ग्रामीणों और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
