दीपका। छत्तीसगढ़ की राजनीति और समाज सेवा के अग्रणी पुरुष स्वर्गीय बिसाहुदास महंत जी की 101वीं जयंती के अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा बिसाहुदास महंत परिसर, दीपका में एक भव्य एवं भावनात्मक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं, गणमान्य नागरिकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को नमन किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि पोषक दास महंत जी ने अपने संबोधन में कहा, “बाबूजी का जीवन त्याग, संघर्ष और सेवा का पर्याय था। उन्होंने गरीबों, किसानों और मजदूरों की आवाज को बुलंद किया और छत्तीसगढ़ को एक अलग पहचान दिलाने का सपना देखा। हमें उनके बताए मार्ग पर चलकर उनके अधूरे सपनों को साकार करना है।” अपने उद्बोधन के दौरान वे भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू छलक आए।
प्रदेश कांग्रेस के सचिव तनवीर अहमद ने कहा कि बिसाहुदास महंत जी की विचारधारा और दृष्टिकोण ने छत्तीसगढ़ की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक संरचना को नया स्वरूप दिया। वे हमेशा छत्तीसगढ़ की संस्कृति, अस्मिता और स्वायत्तता की वकालत करते रहे।
प्रदेश कांग्रेस के संयुक्त महामंत्री रजनीश तिवारी ने बाबूजी के प्रशासनिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, “वे केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि जननायक थे। अविभाजित मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहते हुए उन्होंने शिक्षा, सिंचाई, ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय लिए। उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सूरज दास मानिकपुरी, विशाल शुक्ला, केदार सिंह, प्रशांति सिंह, रामकुमार कंवर, गया प्रसाद चंद्रा, नेता प्रतिपक्ष हर्षित देवी, पार्षद इस्तेखार अली, अविनाश यादव, कमलेश जायसवाल, रामजय सिंह, आकाश साहू, युवा कांग्रेस नेता तारकेश्वर मिश्रा, बालेंद्र सिंह, अभिषेक चरण, अरविंद सिंह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन विशाल शुक्ला ने किया, जबकि ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप सिंह ने सभी अतिथियों एवं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।बाबूजी के विचारों को आत्मसात करने का लिया संकल्पयह श्रद्धांजलि कार्यक्रम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत रहा, जिसमें सभी ने स्वर्गीय बिसाहुदास महंत जी के विचारों को आत्मसात करने और समाज सेवा की भावना को मजबूत करने का संकल्प लिया।